स्टार कास्ट: कियारा आडवाणी, आदित्य सील, मल्लिका दुआ
निर्देशक: अबीर सेनगुप्ता
संगीत: नील अधिकारी
कोरोना महामारी और लॉकडाउन के कारण कई महीनों से बंद पड़े सिनेमाघर अब खुलने लगे है। बीते शुक्रवार को बड़े पर्दे पर कियारा आडवाणी और आदित्य सील की नई फिल्म ‘इंदू की जवानी’ (Indoo ki Jawani) रिलीज़ हुई है। फिल्म का नाम सुनकर लगता है कि इसमें कियारा आडवाणी के कुछ बोल्ड सीन्स होगे, जिसमें उनकी जवानी देखने को मिलेगी जैसा कि दर्शक फिल्म कबीर सिंह में देख चुके हैं। लेकिन आपको बता दें कि यह फिल्म एक डेटिंग एप और कैज़ुअल सेक्स पर आधारित है। यह फिल्म रिलीज़ से पहले ही चर्चाओं का विषय बनी हुई थी, क्योंकि लॉकडाउन के बाद थियेटर पर रिलीज़ होने वाली यह पहली बड़ी फिल्म है। फिल्म का निर्देशन अबीर सेन गुप्ता ने किया है। यदि आप भी अपने दोस्तों के साथ बड़े पर्दे पर जाकर कुछ नया देखने का मन बना रहे है तो एक बार यह रिव्यू अवश्य पढ़ लें।
कहानी
फिल्म (Indoo Ki Jawani) की पूरी कहानी इंदू (कियारा आडवाणी) के ईर्द-गिर्द घूमती नज़र आती है। कियारा एक लड़के के साथ काफी समय से रिलेशनशिप में होती है, लेकिन वह किस या सेक्स करने से थोड़ा कतराती है। वहीं दूसरी ओर गली-मौहल्ले में बच्चे से लेकर बूढ़े आदमी तक हर कोई इंदू की जवानी को खुलकर देखना जाता है। इंदू की दोस्त सोनल (मल्लिका दुआ) उसे समझाती है कि सभी लड़कों को केवल एक ही चीज से मतलब होता है और वह है सेक्स। लेकिन इसी बीच इंदू का बॉयफ्रेंड उसे धोखा दे देता है। अब इंदू नया प्यार पाने और वन नाइट स्टैंड के लिए डेटिंग एप डिंडर का सहारा लेती है।
डिंडर पर उसकी दोस्ती समर (आदित्य सील) से होती है। वह समर को अपने घर बुलाती है और मन ही मन उसके साथ वन नाइट स्टैंड की प्लानिंग करती है। लेकिन इसी बीच खबर आती है कि एक आतंकवादी भारत में घुस गया है और सभी जगह उसकी तलाश की जा रही है। इसके बाद इंदू की ज़िन्दगी में एक के बाद एक कई तमाशे और मुश्किलें शुरू हो जाती है। क्या इंदू और समर के बीच वन नाइट स्टैंड हो पाएगा? क्या इंदू को उसका सच्चा प्यार मिल पाएगा? इन सवालों के जवाब तो आपको सिनेमाघर जाकर ही मिलेंगे।
निर्देशन
फिल्म (Indoo Ki Jawani) का निर्देशन अबीर सेन गुप्ता ने किया है और निर्देशन के क्षेत्र में यह उनकी पहली फिल्म है। अबीर ने इस फिल्म में कॉमेडी का भरपूर तड़का लगाने की कोशिश की, लेकिन अपने मकसद में वह पूरी तरह विफल होते नज़र आए हैं। फिल्म की कहानी अच्छी है, लेकिन स्क्रीनप्ले और डायलोग्स काफी बोरिंग है। हालांकि यदि फिल्म की लंबाई और एडिटिंग की बात की जाए तो उसके ऊपर अबीर ने काफी ध्यान दिया है।
एक्टिंग
पूरी फिल्म (Indoo Ki Jawani) में केवल कियारा आडवाणी के ऊपर ही फोकस किया गया है। कहना गलत नहीं होगा कि निर्देशन ने कियारा को केवल उनकी सुंदरता के कारण ही कास्ट किया है। कॉमेडी और डायलोग्स के लिहाज से उन्हें अभी काफी कुछ सीखने की जरूरत है। वहीं आदित्य सील का रोल भी अच्छा है, लेकिन कियारा के साथ उनकी केमिस्ट्री कुछ खास नहीं लग रही। फिल्म में कियारा और समीर एक-दूसरे के साथ काफी फॉर्मल नज़र आ रहे थे। इंदू की दोस्त का रोल निभाने वाली मल्लिका दुआ एक मात्र ऐसी कलाकार है, जिन्होंने फिल्म में अपना रोल सही तरह से अदा किया है।
क्या है फिल्म की खासियत
कियारा आडवाणी पिछले कुछ समय से युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय हो रही है और कुछ लोग उन्हें नई नेशनल क्रश भी बुलाने लगे है। लेकिन आज के समय में कोई भी फिल्म केवल अभिनेत्री की सुंदरता और उसके ग्लैमर के कारण हिट नहीं होती। फिल्म में कॉमेडी और ड्रामा के अलावा देशभक्ति की झलक भी देखने को मिलती है। साथ ही फिल्म (Indoo Ki Jawani) में यह बताने की कोशिश भी की गई है कि कोई भी देश अच्छा या बुरा नहीं होता, अच्छे या बुरे होते है वहाँ के रहने वाले लोग। लंबे अरसे से बड़े पर्दे को मिस कर रहे है तो एक बार यह फिल्म देखने का प्लान बना सकते है। लेकिन यदि कॉमेडी या कुछ अलग देखने के मूड में है तो यह फिल्म ना देखना ही बेहतर रहेगा।