उन्नाव गैंगरेप पीड़िता की मौत के बाद से देशभर में लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से लेकर दिल्ली तक लोगों का जोरदार प्रदर्शन हो रहा है। शनिवार शाम को महिला सुरक्षा को लेकर दिल्ली के राजघाट से इंडिया गेट तक कैंडल मार्च निकाला गया। इस दौरान दिल्ली पुलिस ने जब प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की तो उनका गुस्सा और बढ़ गया। इस पर प्रदर्शनकारियों ने आगे बढ़ते हुए पुलिस बैरिकेड को तोड़ दिया। फ़िर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल शुरू कर दिया।
पुलिस और प्रदर्शनकारियों की भिड़ंत के दौरान 3 लड़कियाँ बेहोश भी हो गयी। साथ ही कई महिलाओं को चोट भी आयी।भारी संख्या में जुटी महिलाएं और लड़कियाँ हाथ में तख्तियां लिए हुए हैं और ‘वी वांट जस्टिस’ के नारे लगा रही थी।
यह कैंडल मार्च दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल की अगुवाई में निकाला गया है। स्वाति मालीवाल राजघाट पर आमरण अनशन पर बैठी हुई थी। उन्नाव के रेप केस को लेकर लखनऊ से लेकर दिल्ली तक हो रहे प्रदर्शन को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि महिलाओं के खिलाफ अपराध को लेकर देश में कितना ज्यादा रोष है।
शनिवार की सुबह से ही लखनऊ में प्रदर्शन कर रहे कांग्रेसी नेताओं पर पुलिस ने लाठियां भांजी, तो उन्नाव में पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे बीजेपी सांसद साक्षी महाराज, मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य और कमलारानी के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी नारेबाज़ी की। इसके साथ ही समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी विधानसभा के बाहर धरना दिया।