2014 के बाद से कांग्रेस का पतन जिस तरह पूरे भारत में शुरू हुआ है यह पूरे देश में देखा।कांग्रेस पार्टी ने जिन दलों को समर्थन दिया या जिन दलों से समर्थन प्राप्त किया आज वे दल भी अपने उस समय पर रो रहे है।इसी श्रृंखला में शामिल होते हैं कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और जनता दल सेकुलर के नेता कुमार स्वामी।कुमार स्वामी ने हाल ही में कांग्रेस पार्टी के खिलाफ बहुत सारी बातें कही है और भारतीय जनता पार्टी की तारीफ में कसीदे पढ़े हैं। कुमार स्वामी ने कहा, “अभी भी मुख्यमंत्री होता अगर मैं बीजेपी के साथ अच्छे संबंध बनाए रखता। 2006-2007 में और 12 साल की अवधि में मैंने जो सद्भावना अर्जित की थी,कांग्रेस पार्टी के साथ गठबंधन के कारण सब कुछ खो दिया।”
Why did I shed tears in just a month's time after I became CM in 2018? I knew what was going on. The BJP did not hurt me in 2008 the way the Congress did in 2018: HD Kumaraswamy, former Karnataka CM and JD(S) leader (5.12) https://t.co/1jxLp9i7TS
— ANI (@ANI) December 5, 2020
उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, “2018 में सीएम बनने के बाद सिर्फ एक महीने के समय में मैंने आंसू क्यों बहाए? मुझे पता था कि क्या चल रहा है। भाजपा ने 2008 में मुझे चोट नहीं पहुंचाई, जिस तरह से कांग्रेस ने 2018 में मेरे साथ किया था।”
कुमार स्वामी को मुख्यमंत्री बनाना हमारी सबसे बड़ी भूल – कांग्रेस
हम आपको बताने 2018 के विधानसभा चुनाव में कर्नाटक में किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला था इसीलिए कांग्रेस और जनता दल (सेक्युलर) ने मिलकर सरकार बनाई थी। मुख्यमंत्री कुमार स्वामी को बनाया गया था। लेकिन बगावत के चलते मुख्यमंत्री कुमार स्वामी जी यह सरकार अपना कार्यकाल भी पूरा नहीं कर सकी।एचडी कुमारस्वामी के आरोपों पर पटलवार करते हुए कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने आरोप लगाया, “कुमारस्वामी झूठ बोलने में माहिर हैं, वह राजनीती की खातिर हालात के मुताबिक झूठ बोल सकते हैं. जनता दल (एस) को 37 सीटें मिलने के बावजूद उन्हें मुख्यमंत्री बनाना क्या हमारी गलती थी?’