शिवसेना के मुखपत्र सामना में लिखा, “किसी के बाप में हिम्मत नहीं कि वह फिल्म सिटी को यहां से ले जा सके”

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री लगातार उत्तर प्रदेश में फिल्म सिटी बनाने का प्रयास कर रहे हैं। वही इस बात पर उन्हें शिवसेना के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है। शिवसेना के मुखपत्र सामना में लिखा गया है, "किसी के बाप में हिम्मत नहीं है जो यहां से फिल्म सिटी को ले जा सके"

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चित्र साभार: ट्विटर @CMOMaharashtra

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश में नई फिल्म सिटी बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। लगातार फिल्मी अभिनेताओं से मिल रहे हैं इस समय वे मुंबई में है और मुंबई में किस तरह से फिल्म सिटी बनाई गई है?किस तरह से वहां यह सारा काम संचालित होता है? उसका जायजा ले रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ से  शिवसेना के नेताओं और महाराष्ट्र की सरकार को यह बात रास नहीं आ रही कि किसी दूसरे प्रदेश में अच्छा काम कैसे हो सकता है? किसी दूसरे प्रदेश में फिल्म सिटी कैसे बनाई जा सकती है? यह बात इसलिए कही जा रही है क्योंकि शिवसेना के मुखपत्र सामना में जिस तरह से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ जहर परोसा गया है वह जगजाहिर है।

मुख्य पत्र सामना में लिखा गया, “उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दिल से साधु-महात्मा हैं। इन साधु-महात्मा का मुंबई मायानगरी में आगमन हुआ और वे समुद्र तट पर स्थित ‘ओबेरॉय ट्राइडेंट’ मठ में ठहरे हैं। साधु महाराज का मायानगरी में आने का मूल मकसद ऐसा है कि मुंबई की मायानगरी की तरह अति सुंदर मायानगरी उत्तर प्रदेश में निर्माण की जाए। मायानगरी निर्माण हो, इसके लिए इनकी सरकार ने यमुना एक्सप्रेस के पास एक हजार एकड़ भूमि उपलब्ध कराई है।”

आम चूसने की कला में माहिर हैं अक्षय कुमार: सामना( शिवसेना)

वहीं शिवसेना के मुखपत्र सामना में भारत के मशहूर अभिनेता अक्षय कुमार कभी मजाक उड़ाया गया। अक्षय कुमार तथा योगी आदित्यनाथ के बीच हुई बातचीत के बारे में सामना में लिखा गया,”विख्यात खिलाड़ी अक्षय कुमार के योगी से मुलाकात की तस्वीरें प्रकाशित हुई हैं। अक्षय कुमार की महिमा का क्या बखान किया जाए! वे महान कलाकार हैं ही, साथ ही आम चूसकर खाने की कला में भी वे माहिर हैं। प्रधानमंत्री मोदी के साथ उनकी आम चूसकर खाने के संदर्भ में की गई चर्चा काफी चर्चित हुई। अब योगी महाराज के पास उन्होंने बहुधा ‘चूसे हुए आम की प्रेमकथा’ ऐसी कहानी की स्क्रिप्ट पेश की होगी, ऐसा प्रतीत होता है। होने दो। यह हुआ मनोरंजन का भाग। और कोई भी कलाकार तथा अन्य लोग उन्हें मिले होंगे।”

पूरा देश भीख मांगने की कगार पर है: मुख्यपत्र सामना

शिवसेना के मुखपत्र सामना में न केवल उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री भारत के प्रधानमंत्री अक्षय कुमार तथा उत्तर प्रदेश की संस्कृति का अपमान करने का भी कार्य किया गया इस मुखपत्र सामना में लिखा गया, “मुंबई का वैभव ही ऐसा है। आज पूरा देश ही वैसे भीख मांगने के कगार पर है। प्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति में वाराणसी के गंगा तट पर दीपोत्सव का आयोजन किया गया। किया गया होगा फिर भी लोगों के जीवन के दीये बुझ ही गए हैं। इसलिए मुंबई से नोंचकर योगी महाराज लखनऊ नोएडा में सोने की धूल कैसे उड़ाएंगे? इसके बजाय लखनऊ के लिए किसी द्वारिकाधीश श्रीकृष्ण की नियुक्ति क्यों न करें? लेकिन ये द्वारिकाधीश भी मुंबई में ही मिलते हैं। कहा जाता है कि श्रीकृष्ण ने उनके मित्र सुदामा के मुट्ठी भर चावल खाए और इसके बदले सुदामा की पूरी नगरी ही सोने की बना डाली। ऐसे श्रीकृष्ण की खोज करने के लिए योगी महाराज मुंबई में आए हैं। अब उन्हें चावल कौन खाने को देता है, यह देखना होगा। विगत कई वर्षों से लाखों उत्तर भारतीय मुंबई में अथक परिश्रम करके अपने मेहनत की रोटी खाते हैं।”

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