दीपावली के खास मौके पर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक ऐसा ऐलान किया है। जिससे उत्तर प्रदेश की राजनीति में बड़ा उलटफेर हो सकता है। अखिलेश यादव ने 2020 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए ऐलान किया है कि इस विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी किसी भी बड़े दल से गठबंधन नहीं करेगी ।हां छोटे-छोटे दलों से गठबंधन किया जा सकता है। इसके अलावा समाजवादी पार्टी ने हाल ही में हुए विधानसभा उपचुनाव की सातों सीटों में समाजवादी पार्टी को केवल एक सीट पर जीत मिली थी ।इस उपचुनाव में हार का ठीकरा समाजवादी पार्टी ने उत्तर प्रदेश के प्रशासन पर फोड़ दिया है । उनका कहना है, “जब चुनाव जिलों के डीएम एसपी पियो और सिपाही लड़ेंगे तो कौन जीतेगा कहां चुनाव भाजपा नहीं लग रही उनकी सरकार के जितने भी अधिकारी हैं बिस्तर चुनाव लड़ रहे हैं!” यह बताया जा रहा है कि यदि उत्तर प्रदेश में अगले विधानसभा चुनाव के बाद समाजवादी पार्टी की सरकार बनेगी तो फिर से शिवपाल सिंह यादव भी उनकी सरकार में मंत्री बनेंगे।
अखिलेश यादव दिवाली मनाने के लिए सैफई पहुंचे थे। यहां सिविल लाइन आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उन्होंने बहुजन समाज पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष लाखन सिंह जाटव, जितेंद्र दोहरे,राघवेंद्र गौतम समेत सैकड़ों लोगों को अपनी पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई। अखिलेश यादव ने कहा कि इटावा में जो भी कुछ विकास हुआ है समाजवादी पार्टी ने कराया है । भारतीय जनता पार्टी का कोई भी विकास यहां दिखाई नहीं देता। लायन सफारी और नवीन जेल का भी जिक्र उन्होंने किया। उन्होंने तंज कसते हुए विकास भवन में ब्लैक ग्रेनाइट का गेट बनाया है यही उनके विकास दिखाई देता है।