बिहार विधानसभा चुनाव के परिणाम आ चुके हैं। इस बार का बिहार विधानसभा चुनाव कांटे की टक्कर कर रहा है महागठबंधन और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सीटों के बीच बहुत बड़ा अंतर नहीं है। हालांकि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के पास सरकार बनाने के लिए बहुमत है लेकिन दूसरी तरफ महागठबंधन के नेता और खुद को मुख्यमंत्री पद का दावेदार बताने वाले तेजस्वी यादव इस समय सरकार बनाने की तरकीबें अपना रहे हैं। उनकी बातों से यह साफ जाहिर होता है कि वह किसी भी हालत में हार मानने को तैयार नहीं है उनका कहना है कि बिहार में नतीजे भले ही एनडीए के पक्ष में आए हैं लेकिन परिणाम हमारे पक्ष में आया है! तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए यह भी कहा, “हम लोग रोने वाले नहीं है संघर्ष करने वाले हैं। जो पार्टी चेहरा बदलने की बात करती थी वह खुद तीसरे नंबर पर आ गई। नीतीश कुमार में नैतिकता नहीं बची है अगर थोड़ी भी बची है तो उन्हें कुर्सी छोड़ देनी चाहिए। वह जोड़-तोड़ गुणा भाग करके कुर्सी पाने की जुगत में लगे हैं!” हालांकि इसके विपरीत देखा तो यह जा रहा है कि महागठबंधन के नेता यह चाहते हैं कि किसी भी प्रकार से इस बार बिहार में तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन की सरकार बन जाए।
तेजस्वी यादव ने दैनिक भास्कर से कहा था, “सरकार हम बनाएंगे हमने अपने विधायकों से भी कहा है कि आप तैयार रहिए, बशर्ते चुनाव आयोग द्वारा रद्द किए गए पोस्टल बैलट की ईमानदारी से जांच कराई जाए!… 40 दिन तक पोस्टल बैलट को सील कर रखने का नियम है इसलिए इसे छुपाया नहीं जा सका। 900 900 पोस्टल वोट रद्द कर दिए गए। इसकी रिकाउंटिंग हो हमारे कैंडिडेट्स ने सवाल उठाया था। इसे भी नहीं सुना गया, हम जो कह रहे हैं इसका सबूत रिकॉर्डिंग में होगा, हमें भी रिकॉर्डिंग देखने का अधिकार है रात के अंधेरे में खेल किया गया है।”
Image Source: Tweeted by @ANI