बिहार में महागठबंधन को टक्कर देने के बाद हम एक बार फिर एनडीए की सरकार बनने जा रही है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के सभी दलों ने मिलकर महागठबंधन को करारी हार दी है। बिहार में विरोधियों के सभी किले ध्वस्त हो चुके हैं। जिस तरह का वातावरण बिहार में तैयार हुआ था उससे लोग यह मान रहे थे कि यहां पर भारतीय जनता पार्टी को करारा झटका लगेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसके विपरीत भारतीय जनता पार्टी ने पहले से अच्छा प्रदर्शन किया और जेडीयू से ज्यादा सीटें प्राप्त की। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को इस बिहार विधानसभा चुनाव में 125 सीटें मिली हैं जिनमें अकेली भारतीय जनता पार्टी को 74 सीटें मिली हैं। नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड को इस बिहार विधानसभा चुनाव में 48 सीटें मिली, वहीं राष्ट्रीय जनता दल को 75 सीटें मिली। और कांग्रेस ने पहले की प्रदर्शन किया जिसकी सहायता से उसे 19 सीटें मिली।
प्रधानमंत्री मोदी ने भी पूरे देश को बधाई देते हुए ट्विटर पर लगातार कई ट्वीट किए। जिनके जरिए उन्होंने बिहार की जनता का धन्यवाद किया और पूरे भारत को एक संदेश दिया। उन्होंने अपने सबसे पहले ट्वीट में लिखा, “बिहार ने दुनिया को लोकतंत्र का पहला पाठ पढ़ाया है। आज बिहार ने दुनिया को फिर बताया है कि लोकतंत्र को मजबूत कैसे किया जाता है। रिकॉर्ड संख्या में बिहार के गरीब, वंचित और महिलाओं ने वोट भी किया और आज विकास के लिए अपना निर्णायक फैसला भी सुनाया है।”
बिहार ने दुनिया को लोकतंत्र का पहला पाठ पढ़ाया है। आज बिहार ने दुनिया को फिर बताया है कि लोकतंत्र को मजबूत कैसे किया जाता है। रिकॉर्ड संख्या में बिहार के गरीब, वंचित और महिलाओं ने वोट भी किया और आज विकास के लिए अपना निर्णायक फैसला भी सुनाया है।
— Narendra Modi (@narendramodi) November 10, 2020
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा, “बिहार के प्रत्येक वोटर ने साफ-साफ बता दिया कि वह आकांक्षी है और उसकी प्राथमिकता सिर्फ और सिर्फ विकास है। बिहार में 15 साल बाद भी NDA के सुशासन को फिर आशीर्वाद मिलना यह दिखाता है कि बिहार के सपने क्या हैं, बिहार की अपेक्षाएं क्या हैं।” प्रधानमंत्री ने बिहार के युवाओं को धन्यवाद देते हुए कहा, “बिहार के युवा साथियों ने स्पष्ट कर दिया है कि यह नया दशक बिहार का होगा और आत्मनिर्भर बिहार उसका रोडमैप है। बिहार के युवाओं ने अपने सामर्थ्य और NDA के संकल्प पर भरोसा किया है। इस युवा ऊर्जा से अब NDA को पहले की अपेक्षा और अधिक परिश्रम करने का प्रोत्साहन मिला है।”
बिहार के प्रत्येक वोटर ने साफ-साफ बता दिया कि वह आकांक्षी है और उसकी प्राथमिकता सिर्फ और सिर्फ विकास है। बिहार में 15 साल बाद भी NDA के सुशासन को फिर आशीर्वाद मिलना यह दिखाता है कि बिहार के सपने क्या हैं, बिहार की अपेक्षाएं क्या हैं।
— Narendra Modi (@narendramodi) November 10, 2020
बिहार के युवा साथियों ने स्पष्ट कर दिया है कि यह नया दशक बिहार का होगा और आत्मनिर्भर बिहार उसका रोडमैप है। बिहार के युवाओं ने अपने सामर्थ्य और NDA के संकल्प पर भरोसा किया है। इस युवा ऊर्जा से अब NDA को पहले की अपेक्षा और अधिक परिश्रम करने का प्रोत्साहन मिला है।
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