विश्व के कुछ देश जहां इस्लामिक कट्टरता के खिलाफ खड़े हो रहे हैं। जहां मानवता की बात कर रहे हैं।वही विश्व के ऐसे बहुत सारे देश हैं, जहां लगातार फ्रांस में हुई आतंकी घटनाओं को सही बताया जा रहा है। वास्तव में ईशनिंदा करने के कारण किसी भी व्यक्ति को मार देना अमानवीय विचारधारा है। फ्रांस के राष्ट्रपति ने फ्रांस में हुई आतंकी घटनाओं को इस्लामिक आतंकवाद से जुड़ा था। उसके बाद विश्व में बहुत सारे देश उनके खिलाफ खडे हो चुके हैं। यह बताया जा रहा है कि बांगरा बाजार पुलिस स्टेशन के ऑफिसर इंचार्ज कमरू समान तालुकदार के हवाले से यह रिपोर्ट में लिखा गया है कि रविवार को धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उनमें से एक किंडरगार्डन के हेडमास्टर है और दूसरा शख्स अंडीकोट गांव का रहने वाला है।
सूत्रों के अनुसार यह पता चला है कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रही वीडियो को देख कर हमलावरों की पहचान करी जा रही है।बता दें कि बांग्लादेश में फ्रांस में मोहम्मद पैगंबर के कार्टून छापे जाने से विरोध प्रदर्शन जारी है। बांग्लादेशी अधिकारियों ने कुर्बान पुर अंडी कोट गांव में भारी पुलिस तैनात कर दी है। पता नहीं वर्तमान में पूरे विश्व में किस तरह की स्थिति चल रही है हर तरफ खून खराबा हो रहा है। धर्म के नाम पर अंधे होकर बेगुनाह लोगों का कत्ल करने वाले लोग यह समझते हैं कि वह अपने धर्म का पालन कर रहे हैं। जबकि वे केवल और केवल मानवता के हत्यारे हैं। प्रत्येक व्यक्ति को ऐसे हत्यारों के खिलाफ खड़ा होना चाहिए अन्यथा यह संकट हम पर भी आ सकता है। हमारे देश के कुछ लोग भी प्रांत में हुई आतंकी घटनाओं का समर्थन कर रहे हैं और यह सभी लोग पढ़े लिखे लोग हैं इनमें से कोई भी व्यक्ति ऐसा नहीं है जो अनपढ़ हो।