मध्य प्रदेश में लगातार चुनाव आयोग में कांग्रेस के नेताओं को उनकी भाषा के लिए चेताया था। उसके पश्चात भी कांग्रेस के कद्दावर नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ कई बार संहिता का उल्लंघन करते जा रहे हैं। आचार संहिता का बार-बार उल्लंघन करने के पश्चात चुनाव आयोग ने वरिष्ठ नेता कमलनाथ का स्टार प्रचारक का दर्जा हटा लिया है। चुनाव आयोग ने कहा कि यदि कमलनाथ के द्वारा अब से कोई भी कैंपियन किया गया तो पूरा खर्चा उस उम्मीदवार द्वारा वहन किया जाएगा। जिसके निर्वाचन क्षेत्र में यह अभियान चलाया जा रहा है। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी इमरती देवी के खिलाफ आइटम शब्द का प्रयोग किया था। इस मामले में चुनाव आयोग ने संज्ञान लेते हुए कहा था कि इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल करने से नेताओं को बचना चाहिए।
वहीं दूसरी तरफ कैलाश विजयवर्गीय को चुनाव आयोग की ओर से चेतावनी दी गई है। यह बताया जा रहा है कैलाश विजयवर्गीय द्वारा की गई चुन्नू मुन्नू की टिप्पणी चुनाव आयोग के प्रावधानों का उल्लंघन है।इसके अलावा चुनाव आयोग ने भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता को आचार संहिता की अवधि के दौरान सार्वजनिक तौर पर इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल न करने की सलाह दी!.. 26 अक्टूबर को बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय को एक नोटिस जारी किया गया था और इसका जवाब देने के लिए भी उनसे कहा गया था।