लोजपा प्रमुख चिराग पासवान ने जेडीयू से अलग होकर अब एक खुला पत्र जारी किया है। जिसमें उन्होंने लिखा है कि बिहार राज्य के इतिहास का यह बड़ा निर्णायक क्षण है 12 करोड़ बिहारियों के जीवन मरण का प्रश्न है। क्योंकि अब हमारे पास होने के लिए और समय नहीं है। उन्होंने अपील करते हुए अपने खुले पत्र में कहा कि जेडीयू के प्रत्याशी को दिया गया एक भी वोट कल आपके बच्चे को पलायन करने पर मजबूर करेगा। चुनाव के बाद लोजपा और बीजेपी की सरकार बनेगी।
चिराग ने अपने खत के जरिए कार्यकर्ताओं से आशना छोड़ने की उम्मीद करते हुए कहा कि लोक जनशक्ति पार्टी की राह आसान नहीं है। लेकिन हम लड़ेंगे और जीतेंगे भी। मुझे आशा है कि मेरी ईमानदारी मेहनत निष्ठा और संकल्प को देख आप सभी अपना आशीर्वाद लोक जनशक्ति पार्टी के प्रत्याशियों को देंगे ताकि बिहार को फर्स्ट बनाया जा सके। मैं पार्टी के सभी नेताओं व कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि पार्टियों के साथ मजबूती से खड़े रहे और पार्टी के सिंबल पर लड़ रहे उम्मीदवारों को जिताने की पूरी कोशिश करें!
इस पत्र में लिखा गया है लोक जनशक्ति पार्टी और जनता दल यूनाइटेड के बीच कई वैचारिक मतभेद है। चाहे उनका सात निश्चय कार्यक्रम हो या गठबंधन में अपने साथियों के प्रति व्यवहार या बिहार में पनप रहे अफसरशाही की बात हो। प्रदेश की जनता की शिकायतों का निष्पादन न तो अधिकारी और ना ही मुख्यमंत्री के स्तर पर हो पा रहा है। इन सभी समस्याओं के समाधान के लिए चार लाख बिहारियों के सुझाव हेतु बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट विजन डॉक्यूमेंट तैयार किया गया है।
अपने पत्र में उन्होंने अपने पिता का जिक्र करते हुए लिखा, ” मुझे विश्वास है कि बिहार की जनता में पापा के प्रति जो प्यार है!.. वह मुझे भी मिलेगा !..जब से मैं सक्रिय राजनीति में आया हूं, तब से मैंने पूरी लगन व निष्ठा के साथ कार्य किया है। लेकिन अब बिहार को आगे बढ़ाने के लिए कड़े फैसले लेने होंगे। जिससे बिहार की खो रही अस्मिता को लौटाया जा सके !.. पापा का अंश हूं!… कभी किसी भी परिस्थिति में हार नहीं मानूंगा और ना ही किसी भी कीमत पर बिहार फर्स्ट बिहारी पद की सोच को मिटने दूंगा।”
Image Source: Screengrab from Video tweeted by @iChiragPaswan