वीरेंद्र सहवाग भारतीय क्रिकेट इतिहास के उन बल्लेबाज़ो में शुमार रहे हैं जो सदी में एक बार जन्म लेता है। सहवाग अपनी बेख़ौफ़ बल्लेबाजी के लिए विश्व क्रिकेट में मशहूर थे। सहवाग ने भारतीय टेस्ट क्रिकेट के चेहरे को ही बदल कर रख दिया था। सहवाग एकमात्र ऐसे बल्लेबाज हैं जिनके नाम टेस्ट क्रिकेट में 2 तिहरे शतक जड़ने का रिकॉर्ड दर्ज है।
इन्ही में से एक तिहरे शतक से जुड़ी एक ऐसी कहानी है जो ये बताने के लिए काफी है कि सहवाग दूसरे बल्लेबाजों से क्यों अलग थे। ये किस्सा साल 2008 का है जब सहवाग बल्लेबाजी के दौरान गाने की एक लाइन भूल गए थे जिसके बाद उन्हें मैच को भी थोड़ी देर के लिए रुकवाना पड़ गया था।
इस बात का खुलासा वीरेंद्र सहवाग ने खुद किया था। सहवाग ने बताया था, “मैं अफ्रीका के खिलाफ चेन्नई के मैदान पर 300 के स्कोर पर बल्लेबाजी कर रहा था। मुझे बल्लेबाजी के दौरान गाना गुनगुनाने की आदत थी। मैं ‘तू जाने न’ गाना गा रहा था। फिर गाने के बोल भूल गया। मैंने ड्रिंक्स ब्रेक के बहाने इशांत शर्मा को बुलाया। इशांत उस समय 12वें खिलाड़ी थे। जब इशांत फील्ड पर आए तो मैंने उनसे अपने आई पैड से गाने के बोल सुन कर मुझे बताने के लिए कहा।”
सहवाग ने ये भी बताया था कि उन्हें बल्लेबाजी के दौरान गाने गुनगुनाने की इसलिए आदत थी क्योंकि जब वह बल्लेबाजी कर रहे होते थे तो उनके दिमाग में चौका और छक्का मारने की बात घूमती रहती थी। इसी से निजात पाने के लिए वह गाना गाते थे।