ग्रेटर नोएडा की सिल्वर सिटी सोसायटी में एक फ्लैट से 40 किलो सोने और साढ़े छह करोड़ रुपये चोरी इन दिनों सुर्खियों में है। पुलिस ने इस चोरी की वारदात के सभी आरोपियों को पकड़ लिया है, लेकिन अभी तक इसके असली मालिक का पता नहीं लगाया जा सका है। पुलिस के मुताबिक यह फ्लैट किसलय पांडे ने किसी और नाम से किराए पर लिया था। किशलय पांडे का अब तक पता नहीं चल सका है कि वह कहां है। किसलय और उसके पिता राममणि पांडे पर दिल्ली और एनसीआर में करोड़ों की ठगी के मामले दर्ज हैं। किसलय खुद को सुप्रीम कोर्ट का वकील बताता है लेकिन पुलिस की जांच में पता चला कि उसकी डिग्री ही फर्जी है।
कैसे हुआ चोरी का खुलासा
नोएडा के सेक्टर 39 थाना पुलिस ने शुक्रवार को 6 चोरों को पकड़कर बड़ी चोरी का खुलासा किया है। पुलिस के मुताबिक, ग्रेटर नोएडा की सिल्वर सोसाइटी स्थित एक फ्लैट में पिछले साल सितंबर महीने में करोड़ों की चोरी की घटना हुई थी। यहां से करीब 40 किलो सोना और 6.5 करोड़ रुपए कैश नोएडा को गाजियाबाद के दो गैंग ने मिलकर चुराया था। उस वक्त किसी को इस बात की कानो कान खबर नहीं थी। चर्चा होने लगी कि यह माल किसी ब्यूरोक्रेट या नेताओं का काला धन है।
पुलिस को आरोपियों के पास से क्या मिला
पुलिस का कहना है कि कुछ दिन पहले चोरी के गैंग के लोगों में चोरी के माल के बंटवारे को लेकर झगड़ा हुआ और तब जाकर उस तक यह बात पहुंची। पुलिस ने प्लान बनाकर सभी 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि पुलिस ने इनके पास से 13 किलो सोना और 57 लाख रुपये कैश, 1 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी के दस्तावेज और एक एसयूवी बरामद हुई है।
कौन था चोरी का मास्टरमाइंड गोपाल
अब तक की पुलिस की जांच में गिरफ्तार हुए आरोपियों से यह बात सामने आई है कि इस चोरी का सूत्रधार गाजियाबाद निवासी गोपाल है। नोएडा पुलिस ने उस गोपाल का भी पता लगा लिया है। वह गाजियाबाद के कोतवालपुर गांव का निवासी है। आरोपियों ने बताया कि गोपाल सुप्रीम कोर्ट के वकील किसलय पांडे का केयरटेकर है। ऐसे में माना जा रहा है कि जिस फ्लैट में चोरी हुई वह किसलय का ही है।
गोपाल को कई सफेदपोश का आशीर्वाद
अचानक गोपाल के अमीर होने से गांव के लोग संशय में थे। गोपाल ने एक के बाद एक दो प्रॉपर्टी का सौदा किया और उसमें अधिक दाम पर बेचने की जानकारी पहचान के लोगों को दे दी। पैसे की बढ़ती ताकत के बल पर कई सफेदपोश नेताओं तक अच्छी पकड़ बना ली। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस चोरी से पहले भी गोपाल ने कुछ इसी तरह की बड़ी वारदात अंजाम दी थी। कुछ लोग बताते हैं कि हवाला का पैसा भी गबन कर गया था। लग्जरी लाइफ स्टाइल के कारण सफेदपोश लोगों से संबंध बनाकर वह चर्चा में रहने लगा था।
आयकर और ईडी ने किसलय की पत्नी से की पूछताछ
आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीमें रविवार को जिले की सबसे बड़ी 25 करोड़ की चोरी से जुड़ी जांच करने ग्रेटर नोएडा पहुंचीं। सबसे पहले दोनों टीमें आम्रपाली ग्रैंड स्थित किसलय पांडेय के विला पर पहुंचीं। यहां किशलय की पत्नी से पूछताछ की गई। फिर सिल्वर सिटी के निवासियों से बातचीत कर जानकारी हासिल की। जांच में पता चला है कि किशलय धोखाधड़ी के मामले में 11 माह की जेल भी काट चुका है।
किशलय पांडेय ने दी सफाई
उधर किशलय ने अपने ट्विटर अकाउंट में बयान जारी करते हुए आरोपों को नकारा है। उन्होंने कहा, ‘मैंने सरकार और आम लोगों के साथ गंभीर घोटाले और धोखाधड़ी के मामले में कोर्ट की सहायता की है। यह जरूर आरोपी घोटालेबाजों की ओर से मेरे खिलाफ चलाया गया अभियान है, जिन्होंने आम लोगों का पैसा खाया है। यह सिर्फ मुझे बदनाम करने की साजिश है लेकिन वे लोग गलत हैं। मैं बल्कि देश के लोगों को न्याय दिलाने के लिए अपने प्रयास दोगुने कर दूंगा। मैंने नोएडा पुलिस को जांच में पूरा सहयोग करने का वादा किया है और कानून के हिसाब से आगे भी करता रहूंगा।