13 साल की कड़ी मेहनत और तपस्या, यूं ही रोहित शर्मा नहीं बन गए टीम इंडिया के “हिटमैन”

भारतीय क्रिकेट में रोहित शर्मा के योगदान को देखते हुए जल्द उन्हें राजीव गांधी खेल रत्न से सम्मानित किया जाएगा। रोहित पिछले कई सालों से भारतीय क्रिकेट के अहम सदस्य बने हुए हैं। पिछले 13 साल में रोहित ने कई बड़े रिकॉर्ड्स अपने नाम किए हैं।

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साल 2007, ये वो दौर था जब भारतीय क्रिकेट का चेहरा पूरी तरह से बदल चुका था। टी-20 क्रिकेट के आने के बाद भारतीय टीम में युवाओं की एंट्री हो चुकी थी। आज से ठीक 13 साल पहले रोहित शर्मा का नाम भी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में दस्तक दे चुका था। यूँ तो रोहित के अलावा विराट कोहली, रोबिन उथप्पा और कई युवाओं ने भारतीय क्रिकेट में कदम रखा लेकिन रोहित का नाम उस समय सबसे ज्यादा चर्चा में था।

रोहित के खेलने के अंदाज से हर कोई वाकिफ था लेकिन अपने करियर के शुरुआती दौर में रोहित कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाये। अपने पहले शतक तक पहुंचने के लिए रोहित को 3 साल का इंतज़ार करना पड़ा। फैंस रोहित से हर बार बड़ी पारी की उम्मीद करते थे लेकिन रोहित को वो लय नहीं मिल रही थी जिसके लिए वह जाने जाते थे। इसके बाद समय आया 2013 का। रोहित को चैंपियन्स ट्रॉफी में पहली बार ओपनिंग करने का मौका मिला। यहीं से रोहित के शानदार करियर की शुरुआत हुई।

इंग्लैंड के खिलाफ पहली बार पारी का आगाज़ करने के बाद रोहित का खेलने का अंदाज ही पूरी तरह से बदल गया। जिस रोहित को अपने पहले शतक तक पहुंचने में 3 साल लग गए उस रोहित ने अगले 10 सालों ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 33 शतक लगा दिए जिसमें वनडे में 3 दोहरे शतक शामिल हैं। रोहित ने अपने करियर के शुरुआती दिनों में काफी कुछ झेला। चोट ने रोहित को काफी परेशान किया, जिसके चलते उन्हें कई बार टीम से बाहर भी बैठना पड़ा। लेकिन उनकी मेहनत और क्रिकेट के प्रति दृढ़ संकल्प ने कभी पीछे हटने नहीं दिया। इसी तपस्या से उन्हें आज टीम इंडिया का हिटमैन बना दिया।

आज विश्व क्रिकेट में रोहित को सबसे आक्रामक सलामी बल्लेबाज माना जाता है। शतक बनाने के बाद खुद रोहित भी नहीं जानते कि वह कब दोहरा शतक जड़ दें। 2013 से पहले के रोहित और 2020 के रोहित में काफी फर्क आ चुका है। भारतीय ओपनर रोहित शर्मा का टेस्ट करियर बहुत शानदार नहीं रहा है, लेकिन वनडे और टी-20 में उनका कोई जोड़ नहीं। रोहित पारी की शुरुआत में धैर्य के साथ बल्लेबाजी करते हैं लेकिन अर्धशतक के बाद रोहित का कोई मुकाबला नहीं है। मौजूदा समय में रोहित जैसा पुल शॉट किसी के पास नहीं है।

रोहित की उपलब्धियां

रोहित अपने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में वो सब हासिल कर चुके हैं जो एक बल्लेबाज़ करना चाहता है। रोहित वनडे क्रिकेट में 3 दोहरे शतक जड़ने वाले एकमात्र बल्लेबाज़ हैं। 2019 विश्व कप में रोहित के बल्ले से 5 शतक निकले थे। आज तक ऐसा कोई नहीं कर पाया। इसके अलावा 648 रन उन्होंने पिछले साल इंग्लैंड में हुए विश्व कप में बनाए थे। 2019-20 में रोहित शर्मा ने 28 वनडे मैचों में सात शतक और छह अर्धशतक के साथ 1490 रन बनाए हैं, जबकि पांच टेस्ट मैच में तीन शतक और लगभग 93 के औसत से 556 रन बनाए हैं। ICC ने रोहित को 2019 का वनडे क्रिकेटर ऑफ़ द ईयर चुना था। वनडे रैंकिंग में रोहित, कोहली के बाद दूसरे स्थान पर हैं।

29 अगस्त को मिलेगा खेल रत्न

पिछले कुछ सालों में भारतीय क्रिकेट में रोहित के योगदान को देखते हुए राष्ट्रीय पुरस्कारों के लिए गठित समिति ने रोहित को खेल जगत का सर्वोच्च खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड से नवाजने का फैसला किया है। 29 अगस्त को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद वर्चुअल मीटिंग में रोहित को ये अवॉर्ड देंगे। सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली और महेंद्र सिंह धोनी के बाद रोहित चौथे क्रिकेटर होंगे जिन्हें ये सम्मान दिया जाएगा।

Image Source: Tweeted by @BCCI

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