प्रधानमंत्री मोदी ने आज विश्व भारती यूनिवर्सिटी के 100 साल पूरे होने पर कार्यक्रम को संबोधित किया। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुदेव रविंद्र नाथ टैगोर को तथा उनकी शिक्षाओं को भी याद किया। प्रधानमंत्री ने इस कार्यक्रम में कहा, “इस संस्था को ऊंचाई पर पहुंचाने वाले प्रत्येक व्यक्ति को मैं हृदय से नमन करता हूं। उनका अभिनंदन करता हूं। भारत आज इंटरनेशनल सोलर अलायंस के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। भारत एकलौता ऐसा देश है जो पेरिस एकॉर्ड के तहत आगे बढ़ रहा है।”
विश्वविभारती के 100 वर्ष होना प्रत्येक भारतीय के गौरव की बात है।
मेरी लिए भी ये सौभाग्य की बात है कि आज के दिन इस तपोभूमि का पुण्य स्मरण करने का अवसर मिल रहा है।
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— BJP (@BJP4India) December 24, 2020
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “स्वतंत्रता आंदोलन की नींव बहुत पहले ही रखी गई थी।आजादी से पहले चले आए कई आंदोलनों से ऊर्जा मिली। भक्तियुग में भारत के प्रत्येक क्षेत्र में संतों ने देश की चेतना के लिए अभिराम प्रयास किए।” पीएम मोदी ने कहा, “आपके विश्वविद्यालय का नाम ही देखिए…मां भारती और विश्व के साथ समन्वय… विश्व भारती के लिए गुरुदेव रविंद्र नाथ टैगोर का विजन ही आत्मनिर्भर भारत का सार है। आत्मनिर्भर भारत अभियान भी विश्व के लिए एक कल्याणकारी मार्ग है! यह भारत को सशक्त करने का अभियान है, भारत की समृद्धि से विश्व में समृद्धि लाने का अभियान है।” 1921 में स्थापित की गई विश्व भारती भारत की सबसे पुरानी सेंट्रल यूनिवर्सिटी है। इस यूनिवर्सिटी की स्थापना गुरुदेव रविंद्र नाथ टैगोर ने की थी।
PM Shri @narendramodi addresses centenary celebrations of Visva Bharati University. #VisvaBharati https://t.co/KQn6Wo2L71
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