भारत में फिल्म जगत का बहुत बड़ा योगदान है लेकिन ऐसा देखा जा रहा है कि भारत का फिल्म जगत भाई भतीजावाद और ड्रग्स की चपेट में आ चुका है। इस समय भारतीय फिल्म जगत एक ऐसी स्थिति में है जहां प्रतिभावान युवा और युवतियों को उनकी योग्यता के अनुसार नौकरियां नहीं मिल रही क्योंकि इस पूरी इंडस्ट्री पर कई परिवारों का और कई लोगों का कब्जा है। इस पूरे मामले को लेकर अब देश में एक दूसरी फिल्म सिटी को लेकर आवाज उठने लगी है जिस आवाज को सबसे पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुना है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “वर्तमान परिस्थितियों में देश को एक अच्छी फिल्म सिटी की आवश्यकता है। उत्तर प्रदेश ये जिम्मेदारी लेने को तैयार है। हम उम्दा फिल्म सिटी बनाने की कोशिश करेंगे। फिल्म सिटी के लिए नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेस वे का क्षेत्र बेहतर होगा। यह फिल्म सिटी फिल्म निर्माताओं को एक बेहतर विकल्प उपलब्ध कराएगी। साथ ही रोजगार सर्जन की दृष्टि से भी अत्यंत उपयोगी प्रयास होगा। इस दिशा में भूमि के विकल्पों के साथ यथाशीघ्र कार्ययोजना तैयार की जाए।”
उत्तर प्रदेश फिल्म बंधु से जुड़े एक अधिकारी ने बताया यहां पर मॉम, टॉयलेट एक प्रेम कथा, बुलेट राजा, शादी में जरूर आना, मिर्जा जूलियट, आर्टिकल जैसी अनेकों फिल्में बन चुकी हैं। यहां पर अमिताभ बच्चन, आयुष्मान खुराना से लेकर दिलीप कुमार तक अपनी फिल्में बना चुके हैं। अजय देवगन और आमिर खान का प्रस्ताव भी शूटिंग के लिए आया है। रजनीकांत अपनी फिल्म की शूटिंग कर चुके हैं और अभी यहां जॉन अब्राहम, नवाजुद्दीन सिद्दीकी जैसे कलाकारों की फिल्म की शूटिंग होनी बाकी है।