कहते हैं भारतीय कुश्ती का इतिहास शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। इस खेल को देश की मिट्टी से जुड़ा माना जाता है। भले ही आज भारत में क्रिकेट को सबसे लोकप्रिय खेल माना जाता हो लेकिन जब बात पहलवानी की आती है तो भारत के गौरव की कहानी खुद व खुद लोगों की जुबां पर आ जाती है। लेकिन पिछले कुछ दिन या यूं कहें कि पिछला एक महीना कुश्ती पर कलंक लगाने वाला रहा। ये कलंक किसी और ने नहीं बल्कि इस खेल के सबसे महानतम पहलवान कहलाए जाने वाले रेसलर ने लगाया। जी हां, हम बात कर रहे है सुशील कुमार की। वो सुशील कुमार जो आज से कुछ ही समय पहले तक लाखों पहलवानों की प्रेरणा था और देश का गौरव माना जाता है। वो सुशील कुमार जो अब खूंखार गैंगस्टर और अपने ही जूनियर पहलवान की हत्या का दोषी बन चुका है और पुलिस रिमांड में सलाखों के पीछे है।
रेसलर सागर हत्याकांड का आरोपी सुशील कुमार
सुशील कुमार पर आरोप है कि उन्होंने एक फ्लैट के किराए के चलते अपने जूनियर पहलवान की हत्या कर दी। इस मामले की कार्यवाही हुई तो जांच में पता चला कि सुशील कुमार का कनेक्शन कई गैंगस्टर से बन चुका था। यानी कि सुशील कुमार कुश्ती की आड़ में गैंगस्टर से संबंध बना रहे थे। हालांकि सुशील कुमार ने इस पूरे मामले से खुद को अलग बताया है और कहा है कि उन्हें फंसाया जा रहा है। लेकिन सबूतों के आधार पर ये स्पष्ट नजर आ रहा है कि सुशील कुमार ने दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में सागर की बेरहमी से पीटकर हत्या की थी।
सुशील के अवॉर्ड्स पर सवाल
इस पूरे घटनाक्रम के बाद सुशील कुमार के ओलंपिक मेडल और उनके पद्मश्री सम्मान पर सवाल उठ रहे है। लोग सरकार से अपील कर रहें है कि एक हत्यारे को मेडल और सरकारी सम्मान शोभा नहीं देते। ऐसे में क्या सरकार सुशील कुमार से उनका ये अधिकार छीन लेगी? फिलहाल अभी भारत सरकार इस पर कोई निर्णय नहीं लेगी क्योंकि कोर्ट ने अभी सुशील कुमार को आरोपी साबित नहीं किया है। लेकिन ये कहना भी गलत नहीं होगा कि राष्ट्रीय स्तर पर भारत को रेसलिंग नें प्रदर्शित करने वाला कोई भी खिलाड़ी इस तरह के गौरान्वित सम्मानों का हकदार है।
सुशील कुमार के मेडल और अवॉर्ड
सुशील ने सबसे पहले 2008 बीजिंग ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था। यही नहीं 2012 में लंदन में हुए अगले ओलंपिक में सुशील ने सिल्वर मेडल पर कब्जा किया। दो ओलंपिक पदक जीतने वाले वे भारत के पहले खिलाड़ी और रेसलर थे। इसके बाद सुशील ने एशियन और कॉमनवेल्थ गेम्स में भी गोल्ड पर अपना दबदबा बनाया. सुशील को राजीव गांधी खेल रत्न और अर्जुन अवॉर्ड से भी नवाजा जा चुका है।