UAE में ही क्यों IPL कराना चाहता है BCCI? अगर ऐसा हुआ तो किस टीम को होगा नुकसान और किसको होगा फायदा

BCCI इस बार आईपीएल का आयोजन UAE में कराने पर विचार कर रहा है। अगर ऐसा हुआ तो इस बार बैंगलोर की टीम कोई बड़ा कमाल कर सकती है।

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इस साल ऑस्ट्रेलिया में आयोजित होने वाले टी20 विश्व कप को ICC ने रद्द करने की घोषणा कर दी है। अब 2020 में आयोजित होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप का आयोजन अगले साल यानि 2021 में होगा। ICC के इस फैसले के साथ ही अब BCCI के लिए आईपीएल के दरवाजे पूरी तरह से खुल गए हैं। BCCI पहले से इस बात को साफ कर चुका है कि वह आईपीएल 13 को किसी भी हाल में कराने का हर संभव प्रयास कर रहा है।

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अब वर्ल्ड कप के स्थगित होने के बाद बोर्ड अक्टूबर-नवंबर विंडो में आईपीएल के आयोजन पर विचार कर सकता है। सूत्रों की माने तो इस साल आईपीएल UAE में खेला जा सकता है। UAE में आईपीएल 13 के आयोजन को लेकर बोर्ड इसलिए भी इच्छुक है क्योंकि 2014 में आईपीएल का 7वां संस्करण भी अप्रैल से जून के बीच दुबई में खेला गया था। हालांकि 7वें सीजन के शुरुआती 20 मुकाबले ही UAE में आयोजित हुए थे। जबकि बाकी मुकाबले भारत में ही खेले गए। उस सीजन में फैंस से इस लीग को काफी स्पोर्ट मिला था। उस साल औसतन 31,751 दर्शक मुकाबले देखने पहुँचते थे।

आज हम आपको उन कारणों के बारे में बताने जा रहे हैं कि आखिर BCCI UAE में आईपीएल के नए सीजन को आयोजित कराने के लिए क्यों इतना उत्साहित है और अगर इस बार आईपीएल UAE में हुआ तो कौन सी टीम इस बार भारी पड़ सकती है।

बल्लेबाज़ी के लिए अनुकूल है UAE के मैदानों की पिच

आईपीएल को हमेशा से बल्लेबाज़ो की लीग माना जाता रहा है। दर्शक चौके-छक्के देखने के लिए ही मैदान में आते हैं। वहीं अगर UAE की बात करें तो वहां की पिच बल्लेबाजी के लिए अनुकूल मानी जाती है। 2014 के सीजन में भी बल्लेबाजों ने जमकर रन बनाए थे। यही कारण है कि बोर्ड इस बार आईपीएल के लिए दुबई का विकल्प तलाश रहा है।

भारत से बेहतर कोरोना के हालात

भारत में इस समय कोरोना के हालात काफी बिगड़ चुके हैं। भारत में कोरोना मरीजों की संख्या 10 लाख से पार पहुँच गयी है। जबकि UAE में कोरोना के एक्टिव केस 8 हजार के पास ही हैं। इस स्थिति में UAE में आईपीएल कराने में बोर्ड को कोई परेशानी नही होगी।

गेंदबाज भी उठा सकते हैं फायदा

भले ही UAE के मैदानों की पिच बल्लेबाजी के लिए अनुकूल मानी जाती हो लेकिन वहां के मैदान भारत से थोड़े बड़े होते हैं। पिछले एशिया कप में ऐसा देखने को मिला था। ऐसे में गेंदबाज भी इस चीज़ का फायदा उठा सकते हैं।

बैंगलोर की टीम पड़ सकती है भारी

रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को हर सीजन के शुरुआत में ख़िताब का प्रबल दावेदार माना जाता है। लेकिन स्टार बल्लेबाजों से सजी कोहली की टीम अपनी गेंदबाजी के चलते कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाती। हालांकि UAE में कोहली ब्रिगेड अपने प्रदर्शन को सुधार सकती है। बंगलौर के पास चहल, नवदीप सैनी और उमेश यादव जैसे गेंदबाज हैं जो बड़े मैदानों का फायदा उठा कर इस बार कोई बड़ा कमाल कर सकते हैं।

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