हिंडन एयरबेस पर उतरे अफगानी नागरिक किरपाल सिंह ने बताया कि उनके साढ़े तीन महीने के बच्चे इकनूर का पासपोर्ट नहीं था। लेकिन भारत सरकार के अधिकारियों ने रोक नहीं लगाई। मौके पर मौजूद एक निकासी समन्वय अधिकारी ने बताया कि हां, भारतीय वायुसेना के सी-17 विमान से एक नन्हा बच्चा भी आया है। आपको बता दें कि मासूम का स्वास्थ्य ठीक है फिर भी जांच कराई जाएगी। वायुसेना के विमान से रविवार सुबह भारत आए 168 लोगों में एक ऐसा बच्चा भी शामिल हुआ है जिसके पास अपना पासपोर्ट भी नहीं है। हिंडन एयरपोर्ट पहुंचने के बाद बच्चे का वीडियो सामने आया है, जिसमें एक बच्ची उसे प्यार करते हुए नजर नजर आ रही है। इस दौरान बच्ची बहुत खुश नजर आ रही है। अपनी मां की गोद में बैठा मासूम भी किलकारियां भर रहा है। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। लोग इसे खूब पसंद कर रहे हैं।
टि्वटर पर एक यूजर ने जहां तालिबान की बर्बरता को लेकर उसे कोसा वहीं, बच्चे को भारत लाने के लिए केंद्र सरकार और भारतीय वायुसेना का धन्यवाद किया। दूसरी ओर, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता द्वारा ट्वीट की गई तस्वीर में दो महिलाएं बच्चों को गोद में लिए हुए दिखाई दे रही हैं। यह तस्वीर काबुल एयपोर्ट की है, जहां वे विमान में सवार होने के लिए कतार में खड़ी हैं। आपको बता दें कि 107 भारतीयों के साथ 23 अफगानिस्तान के सिख और हिंदू भी इस विमान की सहायता से भारत पहुंचें।
खाली हाथ भारत आना पड़ा
मनदीप सिंह ने कहा कि मैं बचपन से काबुल में ही रह रहा था, लेकिन हफ्तेभर पहले काबुल में तालिबानी आ गए। जिसके कारण सब कुछ बर्बाद हो गया। हमें अपना घर-बार सब कुछ छोड़कर खाली हाथ भारत आना पड़ा है।
– मनदीप सिंह, काबुल
खानदानी काम छोड़कर आया
कृपाल सिंह ने कहा कि कई पीढ़ियों से उनका परिवार हकीम का काम करता है। खानदानी काम और घर छोड़कर साढ़े तीन महीने की बेटी सहित परिवार और करीब बीस सिखों के साथ अफगानिस्तान छोड़ना पड़ा।
– कृपाल सिंह, काबुल
दुनिया हमारे लोगों को बचा ले
परिवार की जान बचाने के लिए पत्नी और मां के साथ भारत आए हैं। देश में तालिबान की स्थिति मजबूत होने के बाद वहां रहना मुश्किल है। देश के बारे में बहुत कुछ कहना चाहता हूं। स्थिति खराब है। दुनिया हमारे लोगों को बचा ले यही दुआ है।
– मजीद, जलालाबाद