आईपीएल का आयोजन हर साल 8 टीमों के साथ किया जाता है। लेकिन अगर उस 1 टीम की बात करें जिसके बिना ये लीग अधूरी है तो चेन्नई सुपर किंग्स का नाम सबसे पहले लिया जाएगा। चेन्नई की सुपर किंग्स इस टूर्नामेंट की सबसे सफल टीम मानी जाती है। इस फ्रैंचाइज़ी को चाहने वाले सिर्फ चेन्नई में ही नहीं बल्कि दुनिया के हर कोने में बसे हुए है। महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई वाली चेन्नई की टीम परिवार की तरह रहती है।
साल 2018 में सीएसके ने 2 साल के बैन के बाद वापसी करते हुए उस साल का खिताब अपने नाम किया था। 2018 का फाइनल मुम्बई के वानखेड़े के मैदान पर खेला गया था। फाइनल का एक ऐसा किस्सा भी है जिसके बारे में शायद ही किसी को पता हो। फाइनल मैच के बाद ब्रावो और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के बीच एक दौड़ हुई थी जिसके बारे में ब्रावो ने इंस्टाग्राम पर लाइव सेशन के दौरान बताया।
ब्रावो ने बताया पूरे सीजन के दौरान धोनी यह कहते थे कि मैं बूढ़ा हूं। वो हमेशा बूढ़ा कहकर चिढ़ाते थे। वो मुझे काफी सुस्त कहते थे। फिर एक दिन मैंने धोनी से कहा कि, मैं आपको विकेटों के बीच दौड़ लगाने का चैलेंज देता हूं। इसके आगे ब्रावो ने कहा हमने यह दौड़ बीच टूर्नामेंट में नहीं करने का फैसला किया क्योंकि हम में से किसी को भी हैमस्ट्रिंग हो जाती तो काफी दिक्कत होती। हमने फाइनल के बाद चैलेंज पूरा किया। रेस बहुत करीबी थी, हालांकि धोनी ने मुझे हरा दिया। यह अच्छी रेस थी।