चीन और अमेरिका की दोस्ती दुनिया में किसी से भी छिपी नहीं है। चीन छोटे-छोटे देशों को अपना गुलाम बना कर उन्हें भारत के खिलाफ भड़काता है यह बात पूरा विश्व जानता है। इसी श्रंखला में बताया जा रहा है कि चीन की आर्मी के द्वारा पाकिस्तान की आर्मी को कोरोना की वैक्सीन भेज दी गई है। जब भारत ने आज भी निर्भर रूप से दो कोरोना की वैक्सीन का निर्माण किया था तब लगातार यह सवाल उठ रहे थे कि पाकिस्तान को यह व्यक्ति मिलेगी या नहीं अब इसी बीच यही खबर आ रही है कि पाकिस्तान के जिगरी यार चीन ने उसकी मदद करने का काम शुरू कर दिया है।
चीनी रक्षा मंत्रालय ने बताया है कि पीएलएन इसके साथ ही कंबोडियन आर्मी के लिए भी रविवार को वैक्सीन भेजी है। चीन के कंबोडिया के साथ भी रिश्ते काफी अच्छे रहे हैं। चीन के रक्षा मंत्रालय ने रविवार को टीकों को भेजने पर अलग-अलग बयान जारी किए हैं। इसमें कहा गया है कि पाकिस्तानी सेना अपने चीनी समकक्ष से वैक्सीन सहायता प्राप्त करने वाली पहली सेना है। चीनी रक्षा मंत्रालय ने रविवार को कहा कि नहीं पीपल्स लिबरेशन आर्मी ने रविवार को अनुरोध पर पाकिस्तानी सेना को कोविड-19 टीकों का एक बेच दिया है। चीनी सेना से कोरोना की वैक्सीन लेने वाली पाकिस्तान की सेना पहली विदेशी सेना बनी है। चीनी रक्षा मंत्रालय ने कंबोडिया सेना को दिए गए ठीक है पर बयान जारी करते हुए कहा है कि कंबोडियन सेना चीनी सेना से कोविड-19 वैक्सीन प्राप्त करने वाली सेनाओं में से एक है।
पाकिस्तान के अलावा चीन 13 विकासशील देशों को कोरोना की वैक्सीन प्रदान कर रहा है जिसमें नेपाल,फिलीपींस, म्यांमार,कंबोडिया,श्रीलंका, मंगोलिया,फिलिस्तीन,बेलारूस,जिंबाब्वे जैसे देश शामिल है। इसके अलावा 38 ऐसे विकासशील देश हैं जिन्हें आने वाले समय में कोरोना की वैक्सीन की आवश्यकता पड़ने वाली है।