अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मौत ने सबके सामने एक बड़ा सवाल छोड़ दिया है।सवाल यह है कि महंत ने आत्महत्या की है या उनका कत्ल किया गया है? इस सवाल को लेकर सोशल मीडिया से लेकर तमाम जगहों पर चर्चाएं हो रही हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि के अंतिम दर्शन करने के लिए बाघंबरी मठ पहुंचे। यहां पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ काफी भावुक भी दिखाई दिए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अंतिम दर्शन के बाद कहा कि महंत नरेंद्र गिरि से जुड़े हर घटना का पर्दाफाश होगा। बुधवार को उनका पोस्टमार्टम कराया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने इस मामले में बेवजह की बयानबाजी से परहेज करने को कहा है। श्रद्धांजलि देने पहुंचे केशव प्रसाद मौर्य ने अंतिम दर्शन के बाद कहा कि साधु संत चाहेंगे तो इस मामले की सीबीआई जांच होगी। कांग्रेस को हर चीज में राजनीति दिखती है। वहीं, मंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि किसी भी दोषी को नहीं छोड़ा जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि की दुखद घटना से हम सभी दुखी हैं। संत समाज व प्रदेश सरकार की तरफ से विनम्र श्रद्धांजलि देने आया हूं। यह आध्यात्मिक व धार्मिक समाज की अपूरणीय क्षति है। अखाड़ा परिषद व संत समाज की जो सेवा उन्होंने की वो अविस्मरणीय है। 2019 कुंभ की भव्यता को वैश्विक स्तर पर पहुंचाने में उनका मार्गदर्शन प्राप्त हुआ था। मान-अपमान की चिंता किए बगैर प्रयागराज कुंभ की भव्यता के लिए उन्होंने अपना पूरा समर्पण दिया था। उनकी इच्छा थी कि प्रधानमंत्री कुंभ में प्रयागराज पधारें, वो आए भी। नरेंद्र गिरि प्रयागराज के विकास को लेकर तत्पर रहते थे। कुंभ में आए श्रद्धालुओं की व्यवस्था और 13 अखाड़ों के बीच समन्वय और आए संतों की व्यवस्था के प्रति लगे रहते थे। साधु समाज, मठ-मंदिर की समस्याओं को लेकर उनका सहयोग प्राप्त होता था। उनके संकल्पों को पूरा करने की शक्ति उनके अनुयायियों को मिले।
महन्त नारायण गिरि जी महाराज ने सीएम योगी आदित्यनाथ से अपील की है कि महंत नरेंद्र गिरि के प्रति जिसने भी षडयंत्र किया है। इस विषय पर सीबीआई जांच होनी चाहिए। जो सत्य है उसको सबके सामने लाया जाना चाहिए ताकि जो भी षडयंत्रकारी है उनको सजा मिले।
शिष्य आनंद गिरि के खिलाफ एफआईआर दर्ज
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मौत के मामले में उनके शिष्य आनंद गिरि के खिलाफ आईपीसी की धारा 306 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। महंत के एक अन्य शिष्य अमर गिरी पवन महाराज की शिकायत के आधार पर यह प्राथमिकी दर्ज की गई है। बताया जा रहा है कि महंत नरेंद्र गिरि के कमरे से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। जिसमें 3 लोगों के नाम लिखें मिले हैं।