15 अगस्त को राष्ट्रपति अशरफ गनी के देश छोड़ने के तुरंत बाद अफगानिस्तान की सरकार गिर गई। जिसके बाद से लगातार अफगानिस्तान का हाल बिगड़ता जा रहा है वहाँ के नागरिक दूसरे देशों में शरण ले रहे हैं। विभिन्न देश के लोग अपने वतन में वापस जाना चाहते हैं। इसीलिए सभी देश अपने अपने नागरिकों को अफगानिस्तान से बाहर निकालने की कोशिश में लगे हैं। इसी बीच अफगान संकट का जिक्र करते हुए केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) को जरूरी बताया। एक समाचार लेख को साझा करते हुए सिंह ने ट्वीट कर लिखा कि हमारे पड़ोस की ताजा घटना और जिस तरह सिख और हिंदुओं के साथ वहां बर्ताव बताता है कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) लागू करना क्यों जरूरी है।
Recent developments in our volatile neighbourhood & the way Sikhs & Hindus are going through a harrowing time are precisely why it was necessary to enact the Citizenship Amendment Act.#CAA#Sikhs
https://t.co/5Lyrst3nqc via @IndianExpress
— Hardeep Singh Puri (@HardeepSPuri) August 22, 2021
विदेश मंत्रालय ने कहा है कि सरकार अफगानिस्तान से सभी भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी के लिए प्रतिबद्ध है। अफगानिस्तान से आने-जाने के लिए मुख्य चुनौती काबुल हवाई अड्डे की परिचालन स्थिति है। विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने पहले ट्वीट कर कहा कि काबुल से एयर इंडिया की उड़ान में सवार लोगों में दो नेपाली नागरिक भी शामिल थे। सीएए पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध, पारसी और ईसाई समुदायों के उत्पीड़ित अल्पसंख्यकों को भारतीय नागरिकता प्राप्त करने की अनुमति देता है। आपको बता दें नागरिकता संशोधन कानून के अनुसार 3 देशों के प्रताड़ित अल्पसंख्यकों को भारत में नागरिकता दी जा सकती है। इसमें प्रमुख रूप से पाकिस्तान, अफ़गानिस्तान और बांग्लादेश का नाम शामिल है। इस कानून के अनुसार हिंदू, सिख, बौद्ध, ईसाई और जैन समुदाय के लोगों को भारत की नागरिकता मिल सकती है।