नई दिल्ली | आतंकवाद के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए संयुक्त राष्ट्र ने गुरुवार को पाकिस्तान से संचालित आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान के नेता मुफ्ती नूर वली महसूद को वैश्विक आतंकवादी के रूप में घोषित कर दिया है। इस तरह से एक बार फिर दुनिया के सामने पाकिस्तान का आतंक को बढ़ावा देने वाला चेहरा बेनकाब हुआ है। पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय जगत में किरकिरी हुई है। भारत हमेशा से पाकिस्तान को आतंकी संगठनों को बढ़ावा देने को लेकर घेरता रहा है।
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मुफ्ती नूर वली महसूद का आतंकवादी संगठन अल-कायदा से भी ताल्लुक है। वह अलकायदा के सहयोगी के रूप में पाकिस्तान में सक्रिय है। महसूद आतंकवादी संगठनों के संयोजन, वित्तपोषण और उसकी आतंकी गतिविधियों की योजना में शामिल रहा है। उसका आतंकी संगठन पाकिस्तान में सक्रिय है। ऐसे में अब सयुंक्त राष्ट्र ने उसे वैश्विक आतंकी की सूची में शामिल कर लिया है। संयुक्त राष्ट्र के इस फैसले से अमेरिकी ट्रंप प्रशासन भी काफी खुश नजर आ रहा है। उन्होंने ने संयुक्त राष्ट्र के इस कदम का स्वागत किया है।
Welcome news that the @UN has added Tehrik-e-Taliban Pakistan leader Noor Wali Mehsud to its ISIL & AQ sanctions list. TTP is responsible for many deadly terrorist attacks in Pakistan. The United States domestically designated Noor Wali as a terrorist in September 2019.
— State_SCA (@State_SCA) July 16, 2020
वहीं पाकिस्तान के लिए एक और झटका है, जिसे बार-बार विश्व समुदाय द्वारा आतंकवादी समूहों का समर्थन करने के लिए कहा जाता है। पाकिस्तान हमेशा से आतंकी संगठनों को बढ़ावा देने से आरोप से खुद को दूर करता रहा है लेकिन अब संयुक्त राष्ट्र के इस फैसले से एक बार फिर से पाकिस्तान का आतंकी चेहरा दुनिया के सामने आ चुका है। पाकिस्तान लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) और जैश-ए-मोहम्मद (जेएम) जैसे आतंकवादी समूहों के प्रति अपनी जटिलता के लिए एफएटीएफ रडार के अधीन रहा है। पिछले साल, संयुक्त राष्ट्र ने जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख, मसूद अजहर को भी वैश्विक आतंकवादी के रूप में नामित किया था।