भारत के 10 सबसे व्यस्त हवाईअड्डे

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सवा सौ करोड़ की जनसंख्या वाला ये देश भारत, जहाँ हर रोज़ लाखों लोग एक जगह से दूसरी जगह आते है और जाते हैं। ना सिर्फ़ यात्री बल्कि माल और तमाम वस्तुओं का भी कई राज्यों व देशों के बीच आयात-निर्यात किया जाता है। और इन सब में देश के विभिन्न हवाई अड्डों का महत्वपूर्ण योगदान रहता है। भारत में वर्तमान में 134 हवाई अड्डे हैं और अगर इतिहास पर नज़र डालें तो 18 अप्रैल 1911 को भारत में देश की पहली व्यावसायिक फ्लाइट ने इलाहाबाद से उड़ान भरी थी। आज भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा एविएशन मार्किट है। कम समय में लम्बी दूरी तय करने के लिए सबसे बेहतरीन विकल्प हवाई यात्रा है, सुखद भी और सरल भी।

क्या आप जानते हैं भारत के कौन से वो एयरपोर्ट हैं जो सबसे ज्यादा व्यस्त रहते हैं, जहां से सबसे ज्यादा यात्री सफ़र करते है। आइए जानते हैं भारत के दस सबसे व्यस्त हवाई अड्डों ( Busiest Airports) के बारे में-

1. इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, दिल्ली

भारत के सबसे व्यस्त हवाई अड्डों में सबसे ऊपर है, देश की राजधानी दिल्ली का इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा। यह ना सिर्फ़ भारत का बल्कि दुनिया के व्यस्ततम हवाई अड्डों (Busiest Airports) में से एक है। भारत में हवाई यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या साल दर साल बढ़ती जा रही है। IGI एयरपोर्ट पर सत्र 2017-18 में 6,56,91,662 यात्रियों का आवागमन रहा, तो वहीं 4,41,299 राही विमानों का संचालन हुआ। इनके अलावा, अगर बात आयात-निर्यात की करें तो लगभग 9,63,031 टन माल दूसरे देशो में भेजा और मंगवाया गया। इन्ही आंकड़ों ने इसे भारत के सबसे व्यस्त हवाई अड्डों की लिस्ट में पहला स्थान दिया है। वर्तमान में तीन रनवेज़ के साथ यह अपनी सेवाएं प्रदान कर रहा है। साथ ही बात अगर 2018-19 की करें तो 6,92,33,864 यात्रियों का आना-जाना रहा, 9,63,032 टन माल की आवा जाही इस वर्ष दर्ज की गई और 4,41,299 विमानों का संचालन किया गया।

Indira Gandhi International Airport

2. छत्रपति शिवाजी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, मुम्बई

छत्रपति शिवाजी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा भारत में दूसरा सबसे व्यस्त और महत्वपूर्ण हवाई अड्डों (Busiest Airports) में से एक है, जो कि अंतर्राष्ट्रीय और घरेलू दोनों स्थानों के लिए कार्य कर रहा है। अपनी वर्ल्ड क्लास सुविधाओं के कारण मुंबई एयरपोर्ट को विश्वभर में जाना जाता है। छत्रपति शिवाजी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से साल 2017-18 में 4,84,96,430 यात्रियों ने ट्रेवल किया, वहीं विमानों का कुल संचालन 3,20,689 रहा। इसके अलावा कुल 9,06,321 टन माल का आयत-निर्यात किया गया। यहां टर्मिनल 1 कम लागत वाली उड़ानों के लिए और टर्मिनल 2 घरेलू एवं अंतर्राष्ट्रीय परिचालन के लिए बनाया गया है। यहाँ 2018-19 में 3,21,263 विमानों की आवाजाही रही, और 4,88,15,063 यात्रियों ने सफ़र किया।

3. केम्पेगोड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, बैंगलोर

भारत के टॉप टेन व्यस्त एयरपोर्टस (Busiest Airports) में एक नाम शुमार है केम्पेगोड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, बैंगलोर का। इसका निर्माण 2008 में HAL हवाई अड्डे की जगह करवाया गया था। केम्पेगोड़ा हवाई अड्डा भारत का तीसरा सबसे व्यस्त हवाई अड्डा है। केवल एक टर्मिनल होने के बावजूद भी यहां 2017-18 में यात्री संचालन 2,69,10,431 रहा है, वही अगर बात विमानों के संचालन करें तो इनकी संख्या 1,96,560 रही और साथ ही माल संचालन भी 3,48,403 टन दर्ज किया गया। 2018-19 में 2,39,395 विमानों का संचालन रहा, और 3,33,07,702 यात्रियों का संचालन दर्ज किया गया।

4. चेन्नई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, चेन्नई

दक्षिण भारत और दक्षिण एशिया के लोगों के लिए मुख्य एवं महत्वपूर्ण प्रवेश द्वार माना जाने वाला चेन्नई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा हिंदुस्तान के सबसे पुराने हवाई अड्डों में से एक है। इसे ‘मीनमबाक्कम’ (Meenambakkam) के नाम से भी जाना जाता है। यहां दो टर्मिनल है जो सारे ट्रैफिक को सम्भालते हैं। वर्ष 2017-18 में यहां यात्री संचालन करीब 2,03,61,482 रहा था। बात अगर माल की आवाजाही की करें तो लगभग 4,17,487 टन माल को ढोया गया और इसके अलावा विमानों का परिचालन 1,55,123 रहा। मीनमबाक्कम पर स्थित पुराने टर्मिनल का इस्तेमाल कार्गो ऑपरेशन के लिए किया जाता है। चेन्नई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा भारत का चौथा सबसे व्यस्त हवाई अ़ड़्डा (Busiest Airports) है। यदि बात गत वर्ष की करें तो 2018-19 में 2,25,43,822 यात्रियों ने सफ़र किया और 1,78,079 विमानों का संचालन किया गया जो कि पिछले साल से 14.8 प्रतिशत ज्यादा रहा।

5. नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, कोलकाता

नेताजी सुभाष चंद्र बोस हवाई अड्डा भारत के प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों में से एक है। पहले इसका नाम ‘दमदम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा’ था जिसे बाद में बदल कर प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी नेता जी सुभाषचन्द्र बोस के नाम पर कर दिया गया था। नेताजी सुभाषचन्द्र बोस अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से एयर इंडिया एयरलाइंज़, विमान बांग्लादेश एयरलाइंज़, भूटान एयरलाइंज़, अमीरात, एतिहाद एयरवेज़, म्यांमार एयरवेज़ इंटरनेशनल, चाइना ईस्टर्न एयरलाइंज़, कैथे ड्रैगन, सिल्क एयर, सिंगापुर एयरलाइंज़ आदि की सेवाएं दीं जा रही हैं। वित्त वर्ष 2017 -18 में यहां यात्रियों की खासी आवाजाही रही थी, यात्रियों की संख्या लगभग 1,98,92,524 रही और 1,63,323 टन माल का संचालन किया गया, साथ ही 1,48,802 विमानों का संचालन हुआ। यह भारत का पांचवां सबसे व्यस्त हवाई अड्डा (Busiest Airports) है। अगर बात 2018-19 करे तो 1,62,026 विमानों को संचालित किया गया, इसके अलावा 2,18, 77,350 यात्रियों ने अपनी यात्राएं पूरी कीं जो कि पिछले वर्ष की तुलना में 10.0 फीसदी अधिक थी।

6. राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, हैदराबाद

हैदराबाद शहर से तकरीबन 22 किलोमीटर दूर शमशाबाद में स्थित है यात्री और कार्गो संचालन का छठा सबसे व्यस्त हवाई अड्डा- राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा। जब बेगमपेट हवाई अड्डा यात्रियों की बढ़ती संख्या को संभालने में सक्षम नहीं था, तब 2008 में इस एयरपोर्ट का बनवाया गया। अगर बात 2017-18 के आंकड़ों की करें तो यहाँ यात्रियों का संचालन 20.2% बढ़कर 1,81,56,789 रहा और इस बढ़ती संख्या के कारण यह भारत का छठा सबसे व्यस्त हवाई अड्डा (Busiest Airports) बन गया। बात अगर माल संचालन की करें तो 1,34,141 टन रहा इसके अलावा ‎‎1,49,581 विमानों की आवा जाही रही। गत वर्ष 2018-2019 में इस हवाई अड्डे से सफ़र करने वाले यात्रियों की संख्या 17.9 फीसदी बढ़कर 2,14, 03,972 हो गई थी और इस बढ़ती आवाजाही को संभालने के लिए 1,62,026 विमानों ने उड़ान भरी।

7. सरदार वल्लभ भाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, अहमदाबाद

अपने दो टर्मिनल्स के साथ भारत का सातवां सबसे व्यस्त हवाई अड्डा है, सरदार वल्लभ भाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा। जिसमें घरेलू उड़ानों के लिए T-1, और अंतर्राष्ट्रीय और घरेलू यातायात के लिए T-2 की सुविधा दी गई है। यह हवाई अड्डा वैसे तो 1937 से चल रहा है लेकिन अंतर्राष्ट्रीय उड़ाने 1991 में शुरू की गई। यह भारत में यात्री संचालन और कार्गो संचालन के क्षेत्र में सबसे व्यस्त रहने वाले हवाई अड्डों में शामिल है। 2017-18 में यहां यात्री संचालन 91,74,425 रहा जो पिछले साल के मुकाबले 23.9% बढ़ा है और 63,129 हवाई जहाजों का आना जाना हुआ है। वहीं माल संचालन 91,633 टन रहा जो कि 2016-17 के मुकाबले 19.6 प्रतिशत बढ़ा है। 2018-19 के आंकड़ों के हिसाब से इस एयरपोर्ट से 78,412 विमानों का आना जाना हुआ, और 1,11,72,468 यात्रियों ने हवाई सफ़र तय किया।

8. कोची अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, कोची

केरल की पारंपरिक वास्तुकला के अनुसार निर्मित है यह भारत का आठवां सबसे व्यस्त हवाई अड्डा जिसे कोची अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा कहते है। वर्ष 1999 में बन कर तैयार हुआ एक ऐसा हवाई अड्डा है जहाँ कुल मिलाकर तीन टर्मिनल्स हैं, जिसमें दो घरेलू और एक अंतर्राष्ट्रीय टर्मिनल है। तीन टर्मिनल्स के कारण यहां खासी भीड़भाड़ लगी ही रहती है, लेकिन 2017-18 में सामने आए आंकड़ों ने इसे देश का सातवां सबसे व्यस्त हवाई अड्डा बनाया है। 2017-18 में यहां यात्री संचालन 1,01,72,839 रहा जो कि पिछले साल के मुकाबले 13.6% बढ़ा है। 2017-18 में 90,446 टन का माल संचालन कोची अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा से किया गया और साथ ही 68,772 विमानों ने उड़ान भरी। वर्ष 2018-19 में1,01,19,825 यात्रियों ने सफ़र तय किया, इसके अलावा 71,057 विमानों का संचालन किया गया।

9. पुणे हवाई अड्डा, पुणे

पुणे एयरपोर्ट 1939 में बनाया गया था और आज यह भारत का नौंवा सबसे व्यस्त एयरपोर्ट है। यहाँ रॉयल एयरफोर्स द्वारा एक बेस कैंप बनाया गया है जो आज भी वायु सेना के अधीन है। यहां दो टर्मिनल हैं जिसमें से एक का ही उपयोग उड़ानो के लिए किया जाता है। भारत का नौवां सबसे अधिक व्यस्त एयरपोर्ट होने के कारण यहाँ वर्ष 2017-18 में यात्री संचालन 81,64,840 रहा है। बात अगर माल संचालन की करें तो 2017-18 में 41,566 टन रहा और 56,021 जहाजों का आना जाना रहा जो कि पिछले साल के मुकाबले 23.5 प्रतिशत बढ़ा हैं। साल 2018-19 में 9,070,917 लोगों ने पुणे हवाई अड़्डे से यात्रा की और साथ ही 59,888 विमानों ने उड़ान भरी।

10. दैम्बोलिम हवाई अड्डा, गोवा

भारत के सबसे ज्यादा घूमने जाने वाली जगहों में से एक है गोवा, जो अपने आप में ही मशहूर है। देश और दुनियाभर से लोग यहां सुकून के कुछ पल बिताने आते हैं। यही कारण है कि यहां टूरिस्टों का आना जाना लगा रहता है और बारह महीने यहां एक जैसी भीड़ देखने को मिलती है। समुंदर के किनारे बसे गोवा में बने एयरपोर्ट को देश का सबसे सुंदर एयरपोर्ट कहा जा सकता है। यह 1955 में पुर्तग़ालियों द्वारा बनवाया गया था और इसका उपयोग नागरिक हवाई अड्डे के रूप में हुआ। आज यह भारत का दसवां सबसे व्यस्त हवाई अड्डा है जहाँ साल 2017-18 में यात्रियों का संचालन 76,07,249 जो कि 2016-2017 के मुकाबले 11 प्रतिशत बढ़ा है। इसके अलावा बात अगर माल संचालन की करें तो 2017-18 में 4,372 टन रहा, साथ ही 50,567 हवाई जहाज़ों की आवा जाही रही है। वर्ष 2018 -19  में देश के इस सबसे खूबसूरत हवाई अड्डे से 56,946 विमानों ने देश और दुनिया के कोनों में उड़ान भरी और 84,67,326 यात्रियों ने सफ़र किया।

2017-18 के मुक़ाबले 2018-19 में हवाई यात्रायें बढ़ी हैं जिस कारण से विमानों की आवाजाही भी ख़ूब देखी गयी, लोग लगातार हवाई यात्रा करना पसंद कर रहे हैं जिसके मुख्य कारणों में से सबसे महत्वपूर्ण कारण है – कम समय में अधिक दूरी तय करना। साथ ही हवाई सफ़र पहले के मुकाबले सस्ता होने की वज़ह से भी हवाई यात्रा में बढ़ोत्तरी हो रही है। ये थे भारत के दस सबसे व्यस्त एयरपोर्टस जहाँ यात्री, विमान और माल, तीनो का ही निरंतर आवागमन रहता है।

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