यूं तो भारत का राष्ट्रीय खेल हॉकी है, लेकिन फिर भी यहाँ हॉकी से ज्यादा क्रिकेट का बुखार है। भारत में क्रिकेट की दीवानगी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि हमारे यहां एक बच्चा बोलना और चलना सीखने से पहले क्रिकेट का बैट पकड़ना सीख जाता है। आज भारतीय क्रिकेट टीम पूरे विश्व में अपने देश का नाम रोशन कर रही है। बड़ी-बड़ी अंतर्राष्ट्रीय टीमें भी आज भारतीय क्रिकेट टीम के आगे बेबस और लाचार नजर आती हैं। भारत में क्रिकेट की लोकप्रियता इतनी ज्यादा है कि पूरे विश्व में सबसे ज्यादा क्रिकेट स्टेडियम (Stadium) भी इसी देश में हैं।
आज के समय भारत में 50 से भी अधिक क्रिकेट के मैदान हैं, जिनमें से लगभग 28 मैदानों का इस्तेमाल टेस्ट क्रिकेट के लिए किया जाता है। चाहे किसी भी फॉर्मेट का मैच क्यों ना हो, दर्शक बेहद उत्साह से इन मैचों का लुत्फ उठाने क्रिकेट स्टेडियम (Stadium) पहुंचते हैं। इसी के चलते यहां पर दर्शकों के बैठने की उचित व्यवस्था करना भी अत्यंत आवश्यक है।
आज हम आपको दर्शकों के बैठने की संख्या के आधार पर भारत के 10 सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियमों (Top 10 biggest Cricket Staduim in India) के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें हर क्रिकेट प्रेमी के लिए जानना बेहद जरूरी है-
1. सरदार पटेल स्टेडियम, अहमदाबाद
1,10,000 दर्शकों की क्षमता वाला यह स्टेडियम (Stadium) पूरे विश्व का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम है, जो मोटेरा स्टेडियम के नाम से मशहूर हो रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारतीय दौरे पर इस स्टेडियम का उद्घाटन किया गया है। सुनील गावस्कर ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मे 10,000 रन पूरे किए हो या फिर सचिन ने अपने करियर के 20 साल, यह स्टेडियम ऐसे कई ऐतिहासिक क्षणों का गवाह बना है। 2016 तक इस मैदान में दर्शकों की क्षमता 49,000 तक ही सीमित थी। इस स्टेडियम से पहले ऑस्ट्रेलिया का मेलबर्ल क्रिकेट स्टेडियम (1,00,024) सबसे बड़ा क्रिकेट का मैदान हुआ करता था जो अब खिसककर दूसरे पायदान पर आ गया है। आज से नरेंद्र मोदी स्टेडियम के नाम से जाना जाएगा मोटेरा स्टेडियम। राष्ट्रपति ने इसका उद्धाटन किया है।
2. ईडन गार्डन्स, कोलकाता
इस मैदान के बारे कहा जाता है कि एक क्रिकेटर का करियर तब तक अधूरा रहता है जब तक की वह ईडन गार्डन्स के मैदान पर ना खेल ले। कोलकाता का यह क्रिकेट स्टेडियम (Stadium) भारत का सबसे पुराना और सबसे बड़ा स्टेडियम है। शुरूआत में इस स्टेडियम में 90,000 दर्शकों के बैठने की व्यवस्था थी, लेकिन रिनोवेशन के बाद इसकी संख्या घटाकर 68,000 कर दी गई। कई बार जरूरत पड़ने पर इस स्टेडियम को फुटबॉल के मैदान के तौर पर भी इस्तेमाल कर लिया जाता है।
3. शहीद वीर नारायण सिंह इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम, छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में स्थित इस स्टेडियम को रायपुर इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम भी कहा जाता है। यह भारत का दूसरा और विश्व का चौथा सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम (Stadium) है, जिसमें 65,000 दर्शकों के बैठने की जगह मौजूद है। इसका निर्माण 2008 में किया गया था। कनाडा और छत्तीसगढ़ की होम टीम ने 21 नवंबर, 2010 को पहली बार इस स्टेडियम पर क्रिकेट खेला था। इस मैदान को आईपीएल की टीम दिल्ली कैपिटल्स के दूसरे होमटाउन स्टेडियम का दर्जा भी मिला हुआ है।
4. डी वाई पाटिल स्टेडियम, नवी मुंबई
इस स्टेडियम की गिनती पूरे विश्व के सबसे बेहतरीन स्टेडियमों में की जाती है। क्रिकेट और फुटबॉल के इस चर्चित स्टेडियम मे 55,000 लोगों के बैठने की व्यवस्था है। 2008 में बना यह स्टेडियम 2008 और 2010 के आईपीएल के फाइनल मुकाबलों का भी गवाह बना है। इस स्टेडियम में 9 टेनिस कोर्ट, 4 इंडोर बैडमिंटन कोर्ट और एक ऑलंपिक साइज़ का स्वीमिंग पूल भी बना हुआ है। इस स्टेडियम को इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि मैदान के किसी भी हिस्से से आप खेल का पूरा लुत्फ उठा सकते हैं।
5. राजीव गांधी इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम, हैदराबाद
हैदराबाद के इस स्टेडियम के नाम को लेकर काफी विवाद हुआ था। शुरूआत में इसका नाम विसाका इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम रखा गया था, लेकिन बाद में सरकार ने इसका नाम बदलकर पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्री राजीव गांधी के नाम पर कर दिया गया। इस मैदान में भी डी वाई पाटिल स्टेडियम की तरह ही 55,000 दर्शकों के बैठने की क्षमता है, लेकिन कुल क्षेत्रफल की दृष्टि के आधार पर यह स्टेडियम उस स्टेडियम से थोड़ा छोटा नजर आता है। यह मैदान भारतीय क्रिकेट टीम के लिए अनलकी भी माना जाता है, क्योंकि भारत ने अब तक यहां तीन वनडे इंटरनेशनल मैच खेले हैं और तीनों ही मैचों में उसे हार का सामना करना पड़ा है।
6. ग्रीनफील्ड इंटरनेशनल स्टेडियम, त्रिवेंद्रम
यह स्टेडियम भारत के नए स्टेडियमों में से एक है, जिसका निर्माण 2015 में ही हुआ है। यह भारत का पहला और बेहद ही खास स्टेडियम है, जिसका डिज़ाइन DBOT मॉडल आउटडोर स्टेडियम की तकनीक पर किया गया है। साथ ही यह भारत का 50वां क्रिकेट स्टेडियम भी है। इस मैदान को FIFA और ICC के नियमों को ध्यान मे रखते हुए बनाया गया है, जिसका इस्तेमाल क्रिकेट और फुटबॉल दोनों ही खेलों के लिए किया जा सकता है।
7. एम.ए. चिदंबरम स्टेडियम, चेन्नई
50,000 लोगों के बैठने की क्षमता वाले इस मैदान की भी अपनी कई खासियत हैं। भारत ने क्रिकेट इतिहास का पहला टेस्ट मैच इसी मैदान पर सन 1952 में इंग्लैण्ड के विरूद्ध जीता था। सचिन तेंदुलकर ने अपने करियर मे सबसे ज्यादा रन भी इसी मैदान पर बनाए हैं। सर डॉन ब्रैडमैन के 29 शतकों का रिकॉर्ड सुनील गावस्कर ने 1983 में इसी मैदान पर तोड़ा था। इस स्टेडियम (Stadium) मे आने वाले दर्शकों की भी काफी तारीफ हुई थी, जब उन्होंने पाकिस्तानी क्रिकेटर सईद अन्वर के 194 रन की पारी को स्टैंडिंग ऑवेशन दी थी।
8. अरूण जेटली स्टेडियम, दिल्ली
ईडन गार्डन्स के बाद यह भारत का दूसरा सबसे पुराना क्रिकेट स्टेडियम है। पिछले साल तक इस स्टेडियम को फिरोज़ शाह कोटला स्टेडियम के नाम से जाना जाता था। लेकिन सरकार ने 2019 में भूतपूर्व वित्तमंत्री की याद में इसका नाम बदलकर अरूण जेटली स्टेडियम कर दिया। एक इनिंग में 10 विकेट लेने का वर्ल्ड रिकॉर्ड अनिल कुंबले ने इसी मैदान पर बनाया था। 2016 तक लगभग 28 वर्षों में भारतीय टीम ने इस मैदान पर एक भी टेस्ट मैच या वन डे मैच नहीं हारा था। बाउंड्री लाइन के हिसाब से देखा जाए तो यह भारत का सबसे छोटा स्टेडियम है।
9. जवाहर लाल नेहरू क्रिकेट स्टेडियम, कोच्चि
कोच्चि के इस मैदान का निर्माण 1982 में किया गया था। शुरूआत में इसे फुटबॉल स्टेडियम के तौर पर डिज़ाइन किया गया था, लेकिन बाद में रिनोवेशन के बाद राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैचों के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जाने लगा। 1997 में हुए नेहरू कप इंटरनेशनल फुटबॉल टूर्नामेंट के भारत और ईराक मैच के दौरान 40,000 लोगों की क्षमता वाले इस स्टेडियम में दर्शकों की भीड़ इतनी अधिक बढ़ गई थी कि यहां पर 59,340 लोगों ने रिकॉर्ड बनाकर मैच देखा था।
10. एमसीए पूणे इंटरनेशन क्रिकेट सेंटर, पूणे
2011 में बनकर तैयार हुए इस मैदान पर पहला क्रिकेट मैच अप्रैल 2012 में आईपीएल की टीमों किंग्स XI पंजाब और पूणे वॉरियर्स के बीच खेला गया था। 37,406 दर्शकों की क्षमता वाले इस मैदान का आर्टवर्क इसका सबसे बड़ा आकर्षण का केंद्र है। साथ ही इस मैदान से पहाड़ों की वादियों का भी खूबसूरत नज़ारा देखने को मिलता है। इस स्टेडियम (Stadium) की एक और खास बात यह है कि चाहे कितनी भी तेज बारिश क्यों ना आ जाए, कुछ मिनटों में ही यहां का सारा पानी ड्रेनेज सिस्टम में चला जाता है।
It’s very interesting link! Share it more please with you friends. Thank you!
https://drochka.org/categories