योग के माध्यम से आप उम्र भर रह सकते हैं निरोग, जानिए किन व्यायामों से रोग रहते दूर

देश में रोग से दूर रहने के लिए पुरातन काल में लोग व्यायाम और योग का प्रयोग करते थे। समय के बदलते स्वरूप में लोगों ने योग करना छोड़ दिया और लाखों बीमारियों ने भारत में पनपने लगी।

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हम सभी जानते हैं कि लगातार कोरोना संक्रमण के बदलते स्वरूप ने देश के लिए गंभीर समस्या उत्पन्न कर दी है। विश्व के कई देशों के प्रयासों ने इस समस्या को कुठ कम करने का काम किया है परन्तु कोरोना महामारी एक बार फिर भारत में पैर फेलाने की कोशिश कर रही है। हालांकि देश में कोरोना महामारी के खिलाफ तेजी से वैक्शीनेशन अभियान चल रहा है लेकिन भारतीय सनातन परंपराओं से जुड़े लोगों का मानना है कि यदि हम लोग एक बार फिर अपने पुराने जीवन की ओर लौटें तो निश्चित रूप से देश एक बार फिर निरोगी हो सकता  है। आइये जानते हैं वे कौन से योग हैं जिनसे रोगों से लड़ने की शक्ति मिलती है।

अस्‍थमा

अस्थमा के मरीजों के लिए योग बेहद कारगर है. योग करने से न सिर्फ आपको सांस संबंधी तकलीफों से छुटकारा मिलेगा, बल्कि आपको इंहेलर लेने की जरूरत भी नहीं पड़ती। इस योग से फेफड़ों में ताजी हवा पहुंचती है और सांस से जुड़ी सारी समस्‍याएं दूर हो जाती हैं। अस्थमा के रोग में प्राणायाम और धनुरासन करना काफी फायदेमंद होता है।

मोटापा

हम सभी जानते हैं कि मोटापा आजकल एख गंभीर समस्या के रूप सेम सामने आ रहा है। हर कोई इस समस्या से दूर होना चाहता है। आपको बता दें कि योग करने से हमें हमें मोटापे से जुड़े कई रोंगों से निजात मिलती है। अगर आप नियमित तौर पर योग करते हैं तो आपका वजन जरूर कम हो जाएगा। मोटापा दूर करने के लिए वैसे तो कई आसन हैं लेकिन सबसे कारगर आसन ताड़ासन, त्रिकोणासन, पादहस्तासन और पार्श्वकोणासन हैं।

माइग्रेन

उम्र के इस दौर में लोगों को अक्सर माइग्रेन की समस्या होती है। माइग्रेन का सबसे प्रमुख कारण दिमाग तक ब्‍लड का पर्याप्‍त मात्रा में सर्कुलेशन न होना है। वीडियो की सहायता से दिमाग में आसानी से खून पहुंच जाता है और लोगों का माइग्रेन ठीक होने लगता है। माइंड में फ्रेशनेस बनी रहती है। माइग्रेन में शीर्षासन या हेडस्‍टैंड करने से लाभ मिलता है। इसके अलावा उष्ट्रासन, बालासन और शवासन से भी इस समस्या में लाभ मिलता है।

डायबिटीज

माना जाता है कि डायबिटीज ऐसी बीमारी है, जिसका कोई इलाज संभव ही नहीं है। वास्‍तव में आप इंसुलिन प्रतिरोधक का इलाज नहीं कर सकते। लेकिन अपने ब्‍लड शुगर को कंट्रोल कर सकते हैं। योग की मदद से बॉडी का ब्‍लड शुगर आसानी से संतुलित किया जा सकता है। कपालभाति प्राणायाम, धनुरासन और चक्रासन से डायबिटीज की समस्या कम होती है।

हाइपरटेंशन

हाईब्‍लड प्रेशर कई गंभीर बीमारियों का जन्मदाता होता है।हाइपरटेंशन की बीमारी को दूर करने में योग को सबसे अधिक महत्वपूर्ण जाता है। योग व ध्यान की मदद से हाइपरटेंशन को दूर किया जा सकता है। इसके लिए आप पश्चिमोत्ताशन, शवासन, प्राणायाम और अधो-मुखश्वनासनकर सकते हैं।

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