लंबे अरसे के बाद एक बार फिर बाजारों में रौनक लौट आई है। कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने कहा कि आभूषण उद्योग महामारी की वजह से आयी मंदी से उबरा है। कैट ने एक बयान में कहा, ‘धनतेरस पर देशभर में लगभग 75,000 करोड़ रुपये की बिक्री हुई। करीब 15 टन सोने के आभूषणों की बिक्री हुई।’ कैट ने बताया है कि इसमें दिल्ली में 1,000 करोड़ रुपये, महाराष्ट्र में करीब 1,500 करोड़ रुपये, उत्तर प्रदेश में करीब 600 करोड़ रुपये की अनुमानित बिक्री हुई है। वहीं बताया जा रहा है कि दक्षिण भारत में, लगभग 2,000 करोड़ रुपये होने की बिक्री होने का अनुमान है।
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (डब्ल्यूजीसी) के क्षेत्रीय मुख्य कार्यपालक अधिकारी (भारत) सोमसुंदरम पी आर ने पीटीआई-भाषा से बताया, “दबी मांग, कीमतों में नरमी और अच्छे मानसून के साथ ही लॉकडाउन संबंधी प्रतिबंधों में राहत से मांग में जोरदार उछाल की उम्मीद है।” उन्होंने बताया है,”हम उम्मीद करते हैं कि ये तिमाही हाल के वर्षों में सबसे बेहतरीन तिमाही होगी।”
दिल्ली की कंपनी पी. सी. ज्वेलर्स के प्रबंध निदेशक बलराम गर्ग ने कहा कि इस धनतेरस के दौरान मांग पिछले साल की तुलना में काफी बेहतर है। उन्होंने कहा, ‘अब तक हमारे शोरूम में लोगों की भीड़ अच्छी थी। उपभोक्ता हल्के वजन के आभूषण खरीद रहे हैं।’
आपको बताना भी कोरोना संक्रमण के भारत में प्रवेश के बाद लगातार अर्थव्यवस्था गिरती जा रही थी। सभी प्रकार की व्यापार ठप हो गए थे। केवल दैनिक जीवन में काम आने वाली वस्तुओं को ही लोग खरीद रहे थे। लेकिन दीपावली से पहले इस प्रकार की खरीदारी निश्चित रूप से भारत वासियों के लिए भारत के उद्योग सेक्टर के लिए काफी महत्वपूर्ण है। अखिल भारतीय रत्न एवं आभूषण स्थानीय परिषद के चेयरमैन आशीष पेठे ने कहा, ‘हम उम्मीद करते हैं कि बिक्री की मात्रा बराबर होगी क्योंकि दरें 2019 से बढ़ी हैं। मूल्य के संदर्भ में, हम 2019 के स्तर से 20 प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद करते हैं।’