एडिलेड में टीम इंडिया की शर्मनाक हार, एक ही दिन में बन गए कई अनचाहे रिकॉर्ड

एडिलेड़ के मैदान पर खेले गए पहले टेस्ट मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 8 विकेट से हरा दिया। इस टेस्ट मैच की दूसरी पारी में भारत 36 रनों पर सिमट गई। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में भारतीय टीम का ये सबसे न्यूनतम स्कोर रहा।

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शनिवार की सुबह भारतीय क्रिकेट टीम और फैंस के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं रही। ऑस्ट्रेलिया की धरती पर खेली जा रही बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट मुकाबले के तीसरे दिन वो हुआ जिसकी उम्मीद शायद ही किसी ने की होगी। एडिलेड के मैदान पर खेले गए पहले टेस्ट मुकाबले के शुरुआती दो दिनों में जहां भारत ने ऑस्ट्रेलिया को पूरी तरह से बैकफुट पर डाल रखा तो वहीं इस टेस्ट के तीसरे दिन ऑस्ट्रेलिया ने बड़ा कारनामा करते हुए भारत की झोली से मैच को ही निकाल लिया। इसी के साथ ऑस्ट्रेलिया ने पहला मुकाबला 8 विकेट से जीतकर 4 मैचों की इस टेस्ट सीरीज में 1-0 से बढ़त बना ली है।

इस मुकाबले की बात करें तो पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने पहली पारी में 244 रन बनाए थे, जिसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी में 191 रन बनाए। दूसरी पारी में भारत 53 रनों की लीड के साथ मैदान पर उतरी। लेकिन किसी ने शायद ही सोचा होगा कि एडिले़ड टेस्ट का तीसरा दिन भारतीय टेस्ट क्रिकेट के इतिहास का सबसे शर्मनाक दिन होगा। 53 रनों की लीड के साथ दूसरी पारी की शुरुआत करने वाली टीम इंडिया दूसरी पारी में 36 रनों पर ही ढ़ेर हो गई। जिसके बाद 90 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलिया की टीम ने ये मुकाबला 8 विकेट से अपने नाम कर लिया। भारतीय टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में टीम इंडिया का ये सबसे न्यूतम स्कोर रहा। एडिलेड टेस्ट में टीम इंडिया की हार के कई कारण रहे। साथ ही इस मुकाबले में कई रिकॉर्ड भी दर्ज हुए। आज हम आपको एडिलेड के मैदान पर खेले गए इस मुकाबले में बने प्रमुख आकड़ों के बारे में बताने जा रहें है।

टेस्ट में सबसे कम स्कोर

ऑस्ट्रेलिया की धरती पर 2020 का पहला टेस्ट भारत के लिए कड़वी याद बनकर रह गया। विराट कोहली की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया की धरती पर इतिहास रचने के इरादे से उतरी भारतीय टीम पहले टेस्ट की दूसरी पारी में सिर्फ 36 रनों पर ऑलआउट हो गई। टेस्ट क्रिकेट में यह भारत का सबसे कम स्कोर है, इससे पहले टीम 1974 में इंग्लैंड के खिलाफ 42 रनों पर ऑलआउट हुई थी।

बल्लेबाजों का शर्मनाक प्रदर्शन

इस टेस्ट में भारतीय बल्लेबाजों का टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में दूसरा सबसे शर्मनाक प्रदर्शन रहा। दरअसल टेस्ट क्रिकेट इतिहास का यह दूसरा ही मौका है जब एक टीम के सभी बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा पार नहीं कर पाए। इससे पहले 1924 में इंग्लैंड के खिलाफ दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज के नाम ये शर्मनाक रिकॉर्ड दर्ज हुआ था।

मयंक अग्रवाल का धमाका

मयंक अग्रवाल ने एडिलेड के मैदान पर खेले गए इस मुकाबले में अपने नाम एक खास उपलब्धि हासिल की। बता दें कि मयंक अग्रवाल टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 1000 रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज बन गए। इसके लिए उन्होनें 19 पारियों का सामना किया।

डेब्यू के बाद पहली बार असफल कोहली

2020 में कोहली का ये आखिरी टेस्ट था। इसके बाद वह भारत लौट आएंगे। औसत और रिकॉर्ड के मामले में कोहली का ये साल बेहद खराब रहा। 2011 में टेस्ट डेब्यू के बाद पहली बार एक साल में टेस्ट क्रिकेट में शतक नहीं लगा पाए। इसके अलावा इस साल उनकी टेस्ट औसत 19.33 की रही जो डेब्यू के बाद उनकी सबसे खराब टेस्ट औसत थी।

ऑस्ट्रेलिया का विजयरथ कायम

इस डे नाईट टेस्ट को जीतने के साथ ही ऑस्ट्रेलिया ने अपना विजयराथ कायम रखा है। दरअसल ऑस्ट्रेलिया ने अभी तक 8 डे-नाईट टेस्ट मैच खेले हैं और इनमें से सभी मुकाबलों में टीम को जीत मिली है। दूसरी तरफ भारत का यह दूसरा डे-नाईट टेस्ट है, जिसमें टीम को पहली बार हार मिली है।

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