माता अन्नपूर्णा की बहुत पुरानी मूर्ति अब कनाडा से दोबारा भारत लौट रही है। कहा जा रहा है कि 15 नवंबर को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे। बताया जाता है कि कनाडा के मैकेंजी आर्ट गैलरी में मौजूद यह प्रतिमा यूनिवर्सिटी आफ रेजिना के संग्रह का हिस्सा थी। पिछले साल वर्ल्ड हेरिटेज वीक की शुरुआत होने के दौरान भारतीय मूल की आर्टिस्ट दिव्या मेहरा की नजर मूर्ति पर पड़ी थी। और उन्होंने इस मूर्ति का मुद्दा उठाया था जिसके बाद पौराणिक महत्व को समझते हुए यह मूर्ति कनाडा ने भारत को सौंप दी।
मैकेंजी आर्ट गैलरी में रेजिना विश्वविद्यालय के संग्रह से माता अन्नपूर्णा की प्रतिमा को अंतरिम राष्ट्रपति और विश्वविद्यालय के उपकुलपति थॉमस चेस ने कनाडा में भारत के उच्चायुक्त अजय बिसारिया को सौंपा था। अब माता अन्नपूर्णा के स्वागत के लिए बनारस के लोग काफी उत्साहित हैं और जगह-जगह पर बनारस को सजाने का काम किया जा रहा है। बताया जा रहा है इस मूर्ति का स्वागत कई स्थानों पर किया जाएगा। नई दिल्ली से शुरू होने वाली यात्रा गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर और हाथरस से होकर गुजरेगी और कासगंज के सोरों में रात्रि विश्राम करेगी। यात्रा फिर एटा, मैनपुरी, कन्नौज से होते हुए कानपुर के तपेश्वरी देवी मंदिर में रात में रुकेगी। इसके बाद मूर्ति को उन्नाव, लखनऊ और बाराबंकी के रास्ते राम जन्मभूमि अयोध्या ले जाया जाएगा। अयोध्या में रात्रि विश्राम के बाद यात्रा सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, जौनपुर से होकर 14 नवंबर को वाराणसी पहुंचेगी। इस तरह से लगभग पूरे उत्तर प्रदेश और दिल्ली में घूमते हुए माता अन्नपूर्णा की मूर्ति पुनः अपने स्थान पहुंचेगी।