डीजल और पेट्रोल के दामों में बढ़ोतरी का साइड इफेक्ट, ट्रक ऑपरेटर्स ने बढ़ाया 20 ​प्रतिशत तक किराया

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देश में कोरोना का कहर जारी है। दूसरी तरफ आम जनता को महंगाई से जरा भी राहत मिलने की उम्मीद नहीं दिख रही है। ये पहली बार है, जब तेल मार्केटिंग कंपनियों ने रोजाना पेट्रोल- डीजल के दामों में बढ़ोतरी की है। आज एक बार फिर तेल मार्केटिंग कंपनी HPCL, BPCL, IOC ने कीमतों में इजाफा कर दिया है । इसी के साथ-साथ बढ़ोतरी के साइड इफेक्ट सामने आना शुरू हो गए हैं। खबरों के मुताबित आने वाले दिनों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में तेजी आ सकती है। OPEC, रूस और अन्य तेल उत्पादन करने वाले अन्य देशो में जुलाई के अंत तक कच्चे तेल की कीमतों में तेजी आएगी। पिछले दो महीने के भीतर तेल का भाव लगभग दोगुना हो गया है।

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राजस्थान में ट्रक ऑपरेटर्स ने अपना 20 प्रतिशत किराया बढ़ा दिया है। यानि अब ट्रकों से सामान भेजना महंगा हो गया है। जयपुर ट्रांसपोर्ट ऑपरेटर्स चैम्बर की बैठक में यह निर्णय किया गया। आपको बता दे की प्रति दिन सुबह छह बजे पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव होता है। सुबह छह बजे से ही नए रेट लागू हो जाते हैं। पेट्रोल और डीजल के रेट में एक्साइज ड्यूटी, डीलर कमीशन और अन्य चीजें जोड़ने के बाद इसका दाम लगभग दोगुना हो जाता है। जिसकी वजह से इसका सीधा असर आम लोगो पर पड़ेगा। लगातार पिछले कई दिनों से डीजल के दामों में 17 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। यह बढ़ोतरी लगभग 11 रुपए प्रति लीटर है। ट्रक का 60 प्रतिशत तक खर्च डीजल पर होता है। इसलिए ट्रक संचालकों के पास किराया बढ़ाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।

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