प्रकृति मनुष्य को बहुत सारे उपहार देती है। कुछ उपहार प्राकृतिक परिवर्तन के कारण जन्म लेते हैं। कुछ समय पहले एक ऐसी ही चिड़िया देखी गई है जो शरीर से आधी नर है और आधी मादा। इसका नाम रोज-ब्रेस्टेड ग्रूजबीक्स है। इसे खोजने वाले पेन्सिलवेनिया के पाउडरमिल नेचुरल रिजर्व के रिसर्चर्स का कहना है, जब चिड़िया नर और मादा दोनों होती है तो इसे गाएंड्रोमॉरफिज्म कहते हैं। खोजकर्ता बताते हैं प्रकार की चिड़िया का जन्म तब होता है। जब नर के दो स्पर्म मादा के ऐसे अंडों से मिलते हैं जिसमें 2 केंद्रक होते हैं। ऐसी स्थिति में भ्रूण नर और मादा दोनों का क्रोमोसोम आ जाता है। इस प्रकार का परिवर्तन बेहद ही कम पक्षियों में दिखाई देता है। आमतौर पर चिड़ियों में दाहिने हिस्से वाली ओवरी ही एक्टिव होती है। इस चिड़िया में भी दाहिना हिस्सा ही मादा वाला है। इसलिए यह अंडे भी दे सकती है और प्रजनन भी कर सकती है।
एनी लिंडसे कहती हैं, भविष्य में नर की तरह काम करेगी या मादा की तरह यह इसकी आवाज पर निर्भर करेगा। अगर यह नर चिड़िया की तरह गुनगुनाएगी तभी मादा आकर्षित होंगी। या यह भी हो सकता है यह खुद नर चिड़ियों की तरफ आकर्षित हो। ऐसे मामले बेहद दुर्लभ होते हैं जो कई तरह की नई जानकारियां देते हैं।
एनी बताती हैं, यह चिड़िया हमें 24 सितम्बर की शाम को मिली थी। यह आगे चलकर नर की तरह व्यवहार करेगा या मादा की तरह ! यह इसके पंखों और आवाज पर निर्भर करेगा। मुझे लगता है इसके पंख नर की तरह अभी और विकसित होने की सम्भावना है। इसके रंग और ज्यादा वाइब्रेट होंगे। नर और मादा के बीच की लाइन और ज्यादा गहरी होगी।