आईपीएल के स्थगित होने पर पहले ही नुकसान झेल रही BCCI को आईपीएल फ्रैंचाइज़ी डेक्कन चार्जर्स को गलत तरीके से बर्खास्त करने के एवज में 4800 करोड़ का जुर्माना चुकाने का आदेश दिया गया है। पिछले काफी समय से चले आ रहे इस विवाद का फैसला हाल ही में मुम्बई हाईकोर्ट ने डेक्कन क्रॉनिकल्स होल्डिंग्स (डीसीएचएल) के पक्ष में सुनाया। हालांकि BCCI अभी इस फैसले को मानने को तैयार नहीं है।
दरअसल भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने कर्ज में डूबी आईपीएल फ्रैंचाइजी डेक्कन चार्जर्स का अनुबंध अचानक खत्म कर दिया था। इस टीम का मालिकाना हक डेक्कन क्रॉनिकल्स होल्डिंग्स (DCHL) के पास था। 14 सितंबर को आईपीएल गवर्निंग काउंसिल ने डेक्कन चार्जर्स को बर्खास्त करने का फैसला सुनाया था। डेक्कन चार्जर्स की जगह बाद में सनराइजर्स हैदराबाद को आईपीएल के साथ जोड़ा गया।
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डेक्कन चार्जर्स को BCCI ने महीने भर के अंदर 100 करोड़ की राशि देने के लिए कहा था। लेकिन डेक्कन की टीम को एक दिन पहले ही बर्खास्त कर दिया गया था। जिसके बाद DCHL ने हाई कोर्ट में BCCI के खिलाफ याचिका दायर कर दी थी। हालांकि BCCI इस फैसले के खिलाफ अपील भी दायर कर सकता है। बोर्ड का कहना है कि फैसला पूरी तरह से आश्चर्यजनक है, लेकिन पूरा आदेश देखने के बाद ही इस पर कोई अंतिम निर्णय लिया जाएगा।