किसानों के आंदोलन के बीच सिंघु बॉर्डर पर दलित किसान की निर्मम हत्या ने पूरे देश के बीच एक नई बहस को हवा दे दी है। सिंघु बॉर्डर पर एक दलित व्यक्ति का बेरहमी से कत्ल कर दिया गया क्योंकि उस पर आरोप था कि गुरु ग्रंथ साहब की बेअदबी की है। निहंग सिखों ने उस व्यक्ति को मार कर उसके हाथ काट कर बेरीकेट्स पर लटका दिया था। अब मृतक दलित किसान लखबीर सिंह के परिवार ने गुरुवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) से मुलाकात की और अपनी कुछ मांगों को सरकार के सामने रखा है। दलित किसान के परिजनों ने केंद्रीय गृहमंत्री से इस मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की है। परिजनों ने गृह मंत्री के सामने एक सरकारी नौकरी और 50 लाख रूपये का मुआवजा भी देने की मांग रखी है।
आपको बता दें कि बुधवार को सिंघु बॉर्डर पर मृतक लखबीर सिंह के समर्थन में प्रदर्शन हुआ था। लखबीर सिंह के कत्ल के विरोध में और उन्हें न्याय दिलाने के लिए भारी संख्या में लोग उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड से सिंघु बॉर्डर पर पहुंचे थे। लखबीर सिंह के परिवार को मुआवजे और सरकारी नौकरी की मांग को लेकर हिंद मजदूर किसान समिति के कार्यकर्ता भी सिंघू बॉर्डर के पास पहुंचे थे। ये लोग सिंघु बॉर्डर पर धरना और हवन करने का कार्यक्रम था। लोगों को शांत कराने के लिए यहां पुलिस को हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ गया।