इंडिया टुडे पर नजर नहीं आएंगे राजदीप सरदेसाई,फर्जी खबर फैलाने के कारण काटी गई 1 महीने की सैलरी

गणतंत्र दिवस पर जहां एक तरफ पूरा देश चाहता था कि शांति व्यवस्था बहाल हो जाए, वहीं दूसरी तरफ इंडिया टुडे के वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई गलत खबरों को प्रसारित करने में लगे थे। उन्होंने एक किसान की मौत का आरोप पुलिस पर लगाया था जबकि उसकी मौत ट्रेक्टर के कारण हुई थी।

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गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में एक तरफ दंगे फसाद हो रहे थे वहीं दूसरी तरफ हमारे देश की मीडिया सड़कों पर उतर कर लोगों तक पल-पल की खबर पहुंचा रही थी। लेकिन उन्हीं सभी पत्रकारों में एक पत्रकार ऐसी भी थे जिन्होंने ऐसी खबर प्रसारित की जिसके कारण निश्चित रूप से लोगों की भावनाएं भड़क गई। इंडिया टुडे के वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने ट्विटर पर ट्वीट किया।राजदीप ने ट्विटर पर लिखा, “पुलिस फायरिंग में आईटीओ पर 45 साल के नवनीत की मौत हो गई है। किसानों ने मुझे बताया कि उसका ‘बलिदान’ व्यर्थ नहीं जाएगा।” जबकि बाद में जांच करने पर पता चला कि इस व्यक्ति की मौत ट्रैक्टर स्टंट के सामने आने के कारण हुई है ना की किसी भी पुलिस के द्वारा की गई फायरिंग में इस किसान को गोली लगी है। सीसीटीवी कैमरों के अनुसार एक किसान ट्रैक्टर से स्टंट कर रहा था और उसने जब अचानक ट्रैक्टर को मोड़ने की कोशिश की तब यह ट्रैक्टर उस किसान पर चढ़ गया जिसके कारण किसान की मृत्यु हो गई।

सूत्रों के अनुसार यह बताया जा रहा है उन पर फर्जी खबर फैलाने का भी आरोप है। प्रबंधन ने राजदीप के ट्वीट्स को ग्रुप की सोशल मीडिया पॉलिसी से अलग माना है। इसीलिए अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए उन्हें 2 हफ़्ते के लिए ऑफ़ एयर कर दिया। साथ ही 1 महीने सैलरी न देने का निर्णय लिया। वास्तव में राजदीप सरदेसाई ने जो कृत्य किया है उसे भारतीय दंड संहिता के अंतर्गत एक अपराध माना जाता है और इसके लिए राजदीप सरदेसाई को गिरफ्तार भी किया जा सकता है।

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