रेलवे लगातार अपने यात्रियों के लिए यात्रा को बेहतर बनाने हेतु कार्य कर रहा है। रेलगाड़ी की यात्रा को एयरप्लेन की यात्रा की तरह आरामदायक बनाने की व्यवस्था की जा रही है। इस बात की पुष्टि खुद रेल मंत्री पीयूष गोयल के सोशल मीडिया अकाउंट से होती है। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने संसद की कार्यवाही के दौरान यह बात भी कही है कि रेलवे भारत की सार्वजनिक संपत्ति है जिसका निजीकरण नहीं होगा।निजीकरण को लेकर आलोचना पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जिस तरह से सड़कों का इस्तेमाल सरकारी और निजी दोनों तरह की गाडि़यां करती हैं, उसी तरह से यात्रियों को बेहतर सेवा देने के लिए रेलवे ट्रैक का इस्तेमाल निजी सेक्टर भी कर सकते हैं। उन्होंने सवाल किया,”अगर निजी क्षेत्र आगे आता है और कार्य की गति बढ़ती है तो देश को कैसे नुकसान होगा?” गोयल ने कहा कि केंद्र सरकार देश में रेल नेटवर्क को सुधारने की दिशा में काम कर रही है। साथ ही उन्होंने भरोसा जताया कि राज्य इसमें सहयोग करेंगे।
गोयल ने बताया कि नेशनल रेल प्लान के तहत तीन नए डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर चिन्हित किए गए हैं, जिनमें बड़े निवेश की जरूरत होगी। इसी तरह सरकार ने बुलेट ट्रेन के लिए भी मुंबई-अहमदाबाद के अतिरिक्त कई रूट की पहचान की है। रेल मंत्री ने कोरोना काल के दौरान श्रमिकों की सेवा के लिए चलाई गई ट्रेनों का जिक्र करते हुए कहा,”43 रूट पर 4,600 से ज्यादा श्रमिक ट्रेनों का संचालन किया गया। सभी राज्यों को उनकी मांग के हिसाब से ट्रेनें उपलब्ध कराई गई, इसके बाद भी इस पर राजनीति का प्रयास हुआ।”