कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती से संबंधित एक ट्वीट किया है जिस ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि लोकतंत्र को उसमें सबसे ज्यादा नुकसान होता है जब भारत सरकार गैर कानूनी तरीके से सियासी दलों के नेताओं को हिरासत में लेती है। उन्होंने ट्वीट में यह भी कहा कि यह बेहद ही सही समय है जब महबूबा मुफ्ती को छोड़ दिया जाए।
महबूबा मुफ्ती को पिछले साल हिरासत में लिया गया था जब जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को हटाया गया। क्योंकि ऐसा माना जा रहा था कि वहां के स्थानीय नेता वहां का माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर सकते थे। लगातार उनके परिवार की ओर से यह मांग की जा रही थी, कि महबूबा मुफ्ती को रिहा किया जाए। अब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने भी यह मांग भारत सरकार से की है।
India’s democracy is damaged when GOI illegally detains political leaders.
It’s high time Mehbooba Mufti is released.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 2, 2020
सांसद राहुल गांधी से पहले भारत की पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस नेता पी चिदंबरम भी केंद्र सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हुए महबूबा मुफ्ती की रिहाई की मांग कर चुके हैं। उन्होंने वर्तमान में भी धारा 370 को कश्मीर से हटाने पर पर सवाल उठाए थे। उन्होंने ट्विटर पर ट्वीट करते हुए लिखा, “PSA के तहत महबूबा मुफ्ती की नजरबंदी का विस्तार कानून का दुरुपयोग है और नागरिकों के संवैधानिक अधिकारों पर हमला है।
61 वर्षीय पूर्व मुख्यमंत्री, चौबीस घंटे सुरक्षा गार्ड से संरक्षित व्यक्ति, सार्वजनिक सुरक्षा के लिए खतरा कैसे है?” उन्होंने एक और ट्वीट में कहा कि हमें सामूहिक रूप से अपनी आवाज़ बुलंद करनी चाहिए और महबूबा मुफ़्ती को रिहा करने की मांग करनी चाहिए।
PSA के तहत सुश्री महबूबा मुफ्ती की नजरबंदी का विस्तार कानून का दुरुपयोग है और नागरिकों के संवैधानिक अधिकारों पर हमला है।
61 वर्षीय पूर्व मुख्यमंत्री, चौबीसो घंटे सुरक्षा गार्ड से संरक्षित व्यक्ति, सार्वजनिक सुरक्षा के लिए खतरा कैसे है?
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) August 1, 2020