भारतीय रिज़र्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने भारत की गिरती अर्थव्यवस्था को लेकर मोदी सरकार पर तीख़ी टिप्पणी की है। उन्होंने देश की गिरती अर्थव्यवस्था को लेकर कहा – “मोदी ने अपने पहले कार्यकाल में अर्थव्यवस्था के लिए कुछ अच्छा नहीं किया क्योंकि इस सरकार में सारी शक्तियां एक जगह थीं। ऐसे में सरकार के पास अर्थव्यवस्था को लेकर कोई दृष्टिकोण नहीं था। मंत्रियों के पास कोई ताक़त नहीं थी। ब्यूरोक्रेट्स फ़ैसले लेने को लेकर अनिच्छुक थे। गंभीर सुधार के लिए कोई आइडिया नहीं था।”
पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने भारतीय अर्थव्यवस्था की ख़स्ता हालत के लिए नोटबन्दी और जीएसटी को काफ़ी हद तक ज़िम्मेदार बताया। ये सब बातें उन्होंने अमेरिका के ब्रॉन यूनिवर्सिटी में ओपी ज़िन्दल लेक्चर में कही है।
आपको बता दे कि, रघुराम राजन भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर रहने के साथ ही आईएमएफ के मुख्य अर्थशास्त्री भी रह चुके हैं। राजन ने भारतीय अर्थव्यवस्था में आई रुकावट के लिए मोदी सरकार में सारी शक्तियों के केंद्रीकृत होने को ज़िम्मेदार बताया है।
उन्होंने अपने इस लेक्चर में कहा कि – “भारत की अर्थव्यवस्था में वृ्द्धि दर टिकाऊ नहीं है और लोकप्रिय नीतियों के कारण ख़तरा है कि अर्थव्यवस्था कहीं लातिन अमरीकी देशों की तरह न हो जाए।”
रघुराम राजन दुनिया के बेहतरीन अर्थशास्त्री के रूप में जाने जाते हैं। ऐसा में भारत की लाचार अर्थव्यवस्था को लेकर उनका नज़रिया काफ़ी मायने रखता है।