आज भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी परीक्षा पे चर्चा नामक कार्यक्रम के द्वारा विद्यार्थियों से उनके एग्जाम को लेकर चर्चा कर रहे हैं।आंध्र प्रदेश की छात्रा पल्लवी ने पीएम मोदी से पूछा कि पूरे साल पढ़ाई करने के बाद भी परीक्षा के समय काफी तनावपूर्ण स्थिति रहती है। ऐसे में कुछ उपाय बताइए… प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परीक्षा पर चर्चा के दौरान छात्रा का जवाब देते हुए कहा कि आपको एग्जाम का डर नहीं होना चाहिए बल्कि कोरोना काल में अपने आस-पास के माहौल और रिश्तेदारों का डर होना चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी ने छात्रों से कहा कि बोर्ड की परीक्षा के पहले भी आपने परीक्षाएं दी हैं। इसलिए आपको परीक्षा का डर नहीं है….आपके सामने ऐसा माहौल बना दिया जाता है कि यही परीक्षा सबकुछ है। जबकि परीक्षा कोई आखिरी पड़ाव नहीं हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि एग्जाम के लिए एक कसौटी शब्द है। जिसका मतलब खुद को कसना और तैयार करना है। एग्जाम एक तरह से जिंदगी जीने के लिए एक उत्तम अवसर की तरह है। पीएम मोदी ने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि मैं खुद सुबह उठते ही कठिन चीजों से मुकाबला करने निकलता हूं।
M Pallavi and Arpan Pandey ask PM @narendramodi how can we reduce fear?
This is how the PM responded… pic.twitter.com/ZWWbPg7T3r
— PMO India (@PMOIndia) April 7, 2021
प्रधानमंत्री मोदी ने अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि पढ़ाई को लेकर बच्चों पर कभी दबाव नहीं बनाना चाहिए। अगर बाहर का दबाव खत्म हो गया तो परीक्षा का दबाव कभी महसूस नहीं होगा। बच्चों को घर में तनाव मुक्त रहने चाहिए। इससे आत्मविश्वास बढ़ता है।