सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण कार्य की तैयारी पूरी की जा चुकी है। भूमि पूजन के बाद कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की 19 फरवरी को हुए पहली बैठक के बाद अब अयोध्या में 18 जुलाई को दूसरी बैठक करने का एलान किया गया है। पहले यह बैठक 30 अप्रैल को होनी थी लेकिन कोरोना के कारण इसे स्थगित करना पड़ा था। सूत्राें के मुताबिक, श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण की औपचारिक शुरुआत के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी 3 या 5 अगस्त को अयोध्या का दौरा कर सकते हैं। वह मंदिर निर्माण की प्रतीकात्मक शुरुआत करेंगे। काेराेना के बढ़ते हुए संकट को देखते हुए कार्यक्रम में भीड़ नहीं रहेगी। प्रधानमंत्री के अतिरिक्त गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सरीखे कुछ केंद्रीय मंत्री और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा माैजूद रह सकते हैं।
18 जुलाई को होने वाली बैठक के लिए ट्रस्ट के सभी सदस्यों को आमंत्रित किया गया है। बैठक में भूमि पूजन की तारीख को लेकर चर्चा होगी। इसके अतिरिक्त इसमें प्रधानमंत्री के कार्यक्रम, मंदिर निर्माण पर संभावित खर्च का आकलन, अभी तक मिले दान समेत कई मुद्दों पर चर्चा होगी। निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र भी बैठक में शामिल हाेंगे। ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के उत्तराधिकारी कमलनयन दास ने कहा कि प्रधानमंत्री के दौरे की औपचारिकता ही बची है। मंदिर का शिलान्यास 1989 में ही हो चुका है। निर्माण के लिए समतलीकरण, मिट्टी की जांच, नींव की तैयारी हाे चुकी है। ट्रस्ट के सदस्य ने कहा है कि प्रधानमंत्री का दौरा उनके द्वारा तय समय पर होगा। किसी शुभ मुहूर्त की मजबूरी नहीं है। उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों महंत नृत्य गोपाल दास ने पत्र लिखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मंदिर निर्माण शुरू करने के लिए बुलावा भेजा था।