2019 में लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री की कुर्सी सँभालने वाले नरेंद्र मोदी ने अपनी 2.O सरकार के कुछ ही समय के अंदर सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल के खिलाफ महाअभियान छेड़ा था। पीएम मोदी की इस पहल के बाद कई जगह प्लास्टिक के इस्तेमाल पर पूरी तरह से बैन लग गया। वहीं अब पीएम की अपील का असर सड़कों पर भी दिखाई दे रहा है। चेन्नई, पुणे, जमशेदपुर, इंदौर के बाद अब फरीदाबाद और दिल्ली जैसी जगाहों पर प्लास्टिक की सड़कों का निर्माण किया जा रहा है।
खबरों की माने तो हरयाणा के रिसर्च ऐंड डिवेलपमेंट फेसिलिटी के निकट 850 मीटर का रोड तैयार कर दिया है। ये रोड इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन ने 1.6 करोड़ टन सिंगल यूज़ प्लास्टिक कर इस्तेमाल कर बनाई है। प्लास्टिक के इस्तेमाल से बनायी गयी ये सड़क कितनी कामयाब होगी ये आने वाला समय ही बताएगा।
खास बात ये है कि तीन प्रतिशत प्लास्टिक के कचरे से एक किलोमीटर की सड़क का निर्माण होने पर 2 लाख से ज्यादा की बचत की जा सकती है। बता दें कि 2015 में केंद्र की ओर से रोड डेवलोपर्स को सड़क बनाने के लिए प्लास्टिक के कचरे का इस्तेमाल करने का निर्देश दिए गए थे। जिसके चलते अब दिल्ली में 690 टन प्लास्टिक के कचरे का इस्तेमाल सड़क निर्माण के कार्य में लगाने के लिए किया जा रहा है। दिल्ली और हरयाणा के अलावा हिमाचल और तमिलनाडु जैसे राज्य भी इसी तरह की मुहीम को फॉलो करने में लगे है।