भारत में रेप जैसे कुकृत्य के आरोपी और देश में भगोड़ा घोषित हो चुके बाबा नित्यानंद ने एक नई चाल चली है। वीडियो जारी कर नित्यानंद ने एक बार देशभक्ति के साथ साथ हिंदुत्व का भी चाल चला है।
भारत छोड़ने पर नित्यानंद ने दी सफाई
रेप केस में फसने के बाद भारत छोड़ कर भाग जाने वाले बाबा नित्यानंद ने भारत छोड़ने पर बात करते हुए कहा कि भारत में उनकी हत्या हो सकती थी वहीं उन्हें भीड़ द्वारा मारे जाने की भी कोशिश की गई थीं, इन्हीं वजहों से आहत हो कर देश छोड़ने का फैसला लिया है।
वीडियो में नित्यानंद ने दावा करते हुए कहा हैं कि भारत में कानून के सहारे उनके चरित्र हनन की कोशिश की गई ।अपने द्वारा अर्जित गए धन पर बात करते हुए कहा कि उन्होंने अपने जिंदगी में जो भी धन अर्जित किए है या फिर उन्हें दान में मिला है सब भारत सरकार का ही है और उनके मरने के बाद सभी धन को भारत सरकार को सौंप दिया जाएगा।
कौन है बाबा नित्यानंद?
स्वघोषित बाबा ‘स्वामी नित्यानंद’ का वास्तविक नाम ए राजशेखरन है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उसने बचपन से योग, वेद, तंत्र, शैव दर्शन आदि का अध्ययन किया है। उसकी शिक्षा रामकृष्ण मठ में हुई। नित्यानंद के जन्म की तारीख को लेकर भी विवाद है। साल 2003 में अमेरिकी वीजा लेते समय उसने जन्मतिथि 13 मार्च 1977 बताई थी। वहीं, कर्नाटक हाईकोर्ट में दिए गए एक हलफनामे में उसकी जन्मतिथि एक जनवरी 1978 बताई गई है।
कब और कैसे बन बैठा मठाधीश?
नित्यानंद की शिक्षा के बारे में बताया जाता है कि उसने मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया है। हालांकि इस डिग्री को भी फर्जी बताया जाता है। साल 2000 में उसने कर्नाटक के बिदादी में नित्यानंद ध्यानपीठम की स्थापना की। वहां योग, मेडिटेशन और अन्य फिटनेस कोर्स चलाया जाने लगा।