पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को गैर मुस्लिमों पर होने वाले अत्याचार तो पहले दिखाई नहीं देते थे लेकिन अब खुद उन्हीं के धर्म के लोगों पर चीन में जो अत्याचारी रवैया अपनाया जा रहा है वह भी उन्हें दिखाई नहीं दे रहा। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अंतरराष्ट्रीय मीडिया में आई उन खबरों को झूठा करार दिया है जिसमें शिनजियांग प्रांत के उइगर मुस्लिमों पर चीन की सरकार द्वारा किए जा रहे दुर्व्यवहार की बातें कही गई थीं। उइगर मुसलमानों को लेकर जो दावे मीडिया में किए जा रहे हैं, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का बयान इससे बिल्कुल अलग दिखाई देता है। चीन की कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना के 100 वर्ष पूरे होने के मौके पर इमरान खान ने पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब में इस मुद्दे पर न सिर्फ चीन की सरकार को क्लीन चिट दी बल्कि साफतौर पर कहा कि वो इस चाइनीज वर्जन से भी पूरी तरह से सहमत है और इसको स्वीकार करते हैं।
उन्होंने उइगरों के साथ किए जा रहे मानावाधिकार उल्लंघन से जुड़े सवाल के जवाब में एक बार फिर से भारत पर झूठा आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इस तरह के आरोप लगाने वालों को जम्मू कश्मीर में क्या हो रहा है दिखाई नहीं देता है। इमरान खान का कहना है कि जो लोग इस मामले को उठा रहे हैं वे सभी पाखंडी हैं। उन्होंने कहा कि ये सब कुछ पाखंड है। दुनिया के दूसरे कई देशों में मुस्लिमों के साथ मानवाधिकार उल्लंघन हो रहा है, लेकिन उनके मामलों को कोई नहीं उठाता है। इमरान खान ने चीन द्वारा हांगकांग के लोगों की आजादी छीनने और लोगों पर अपना शिंकजा बढ़ाने के आरोपों को भी बेबुनियाद बताया।
इमरान खान ने कहा कि दुनिया के बड़े मुल्क कभी भी उन मामलों पर बयान नहीं देते हैं, जिनमें दूसरे देशों में मुस्लिमों पर अत्याचार किए जाने की खबर सामने आती है। उनके मुताबिक अब तक हम अपने समाज को बेहतर करने के नाम पर पश्चिमी देशों की तरफ ताकते रहे हैं और उनके मुताबिक खुद को ढालते रहे हैं।