साल 2016,भारतीय क्रिकेट को जसप्रीत बुमराह के तौर पर एक ऐसा तेज़ गेंदबाज मिला जिसने टीम इंडिया की तेज गेंदबाजी का स्तर पूरी तरह से बदल कर रख दिया। भारतीय टीम को इरफान पठान, जहीर खान और अजीत अगरकर के बाद कोई ऐसा तेज़ गेंदबाज मिला जिसकी यॉर्कर सटीक ठिकाने पर गिरती हो। बुमराह ने वनडे और टी-20 में टीम इंडिया की डेथ में गेंदबाज़ी की समस्या को पूरी तरह से खत्म कर दिया था। 2016 से बुमराह हर विपक्षी टीम के लिए सबसे बड़ा सरदर्द साबित होते आएं है। लेकिन अब बाकी देशों की टीमों की परेशानी को दोगुना करने के लिए एक और युवा खिलाड़ी ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रख दिया है।
जी हां, हम बात कर रहें है टीम इंडिया के नए यॉर्कर स्पेशलिस्ट टी-नटराजन की। 2020 आईपीएल से सभी की नज़रों में आए नटराजन अब अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रख चुके है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आखिरी वनडे मुकाबले में डेब्यू करने के बाद नटराजन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही टी-20 क्रिकेट में भी पर्दापण कर लिया है। नटराजन का ये डेब्यू उनका ड्रीम डेब्यू रहा। आखिरी वनडे मुकाबले में 2 विकेट लेने के बाद नटराजन में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए पहले टी-20 मुकाबले में 3 विकेट लेकर टी-20 क्रिकेट का शानदार आगज कर दिया हैं। नटराजन से कुछ इसी तरह की अपेक्षा भी थी। हाल ही में उन्होने जिस तरह से आईपीएल में अपनी गेंदबाज़ी से सभी को प्रभावित किया था उसके बाद हर किसी का यही मानना था कि नटराजन बुमराह की तरह से टीम इंडिया का सबसे बड़ा हथियार साबित हो सकते है। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट तक नटराजन का सफर आसान नहीं था। उन्होंने कठिन समय में हार ना मान कर खुद को इस स्तर तक पहुंचाया।
तमिलनाडु के गरीब परिवार में हुआ जन्म
टी नटराजन का जन्म 27 मई 1991 में तमिनाडु के एक छोटे से गांव चिन्नपमपत्ती के बेहद ही गरीब परिवार में हुआ था। उनके पिता निचले दर्जे के कर्मचारी है, जो कि साड़ियों की प्रिटिंग की देखभाल करते हैं और मां भी रास्ते में कपड़े के मोबाइल की शॉप चलाती थी। क्रिकेट जारी रखने के लिए नटराजन को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा था। स्कूल के दिनों में किताबों और वर्दी खरीदने के लिए पैसे ना होने के चलते नटराजन एक समय क्रिकेट छोड़ने के बारे में भी सोचने लगे थे। लेकिन उस समय नटराजन ने शायद ही कभी सोचा होगा कि वह आज इस मुकाम तक पहुंच पाएंगे।
टेनिस बॉल से की प्रैक्टिस
नटराजन के लिए क्रिकेट उनके लिए सब कुछ बन चुका था। जिसके बाद उन्होंने गरीबी को कभी क्रिकेट के बीच नहीं आने दिया। 5 साल पहले तक नटराजन टेनिस बॉल से गेंदबाजी का अभ्यास करते थे। इतना ही नहीं, नटराजन ने कभी ग्राउंड में अभ्यास नहीं किया। 2011 में तामिलनाडू में होने वाले घरेलू क्रिकेट की प्रतियोगिता में नटराजन को खेलने का पहला मौका मिला। यहां से उन्होंने फिर कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा। 2012 में नटराजन को जोली रोवर्स क्लब से खेलना का मौका मिला। जिसके बाद उन्हें इस क्लब से हर वो सुविधा मिलने लगी जो उनके करियर को संवारने के लिए काफी थी।
2017 आईपीएल में लगी बोली
टी नटराजन को 2017 में किंग्स इलेवन पंजाब की टीम ने 3 करोड़ में खरीद कर सभी को चौंका दिया था। तब उनकी बेस प्राइस कीमत 10 लाख की ही थी। हालांकि पहला सीजन नटराजन के लिए कोई बड़ी सफलता नहीं लेकर आया। इसके बाद 2018 में इन्हें सन राइजर हैदराबाद ने 40 लाख रुपए में खरीदा। 2020 आईपीएल में नटराजन का प्रदर्शन शानदार रहा और वह इस सीजन में सबसे ज्यादा यॉर्कर डालने वाले खिलाड़ी बने।
कैसा रहा अब तक का करियर?
5 जनवरी 2015 को टीम तमिलनाडु कि ओर से रणजी ट्रॉफी में की थी। इसके अलावा उन्होंने अपना पहला T-20 घरेलू मैच तमिलनाडु इंटर स्टेट टूर्नामेंट 29 जनवरी 2017 को खेला । तमिलनाडु की तरफ से रणजी में 9 मैच खेलकर उन्होंने महज 27 विकेट लिए। जबकि टी-20 में नटराजन अभी तक 5 विकेट ही हासिल कर सके है। पहले आईपीएल सीजन में नटराजन 2 वीकेट ही हासिल कर सके थे। जबकि 2020 आईपीएल में उन्होंने 16 विकेट हासिल किए और हैदराबाद को प्लेऑफ तक ले जाने में अहम भूमिका निभाई। वहीं हाल ही में जारी ऑस्ट्रेलिया दौरे पर नटराजन में अपने पहले वनडे मुकाबले में 2 और पहले टी-20 मुकाबले में 3 विकेट लेकर भारतीय टीम में लंबे समय तक रहने के संकेत दे दिए है।