आज भारत के किसानों और भारत की सरकार के बीच पांचवें दौर की बातचीत खत्म हो गई।यह बातचीत भी किसी हल तक नहीं पहुंच पाई। भारतीय किसानों का कहना है। हमारे पास एक साल का राशन-पानी है। हम कई दिनों से सड़क पर हैं।अगर सरकार चाहती है कि हम सड़क पर ही रहें, तो हमें कोई दिक्कत नहीं है।हम अहिंसा के रास्ते पर नहीं रह पाएंगे। इंटेलिजेंस ब्यूरो आपको सूचना देगा कि हम प्रदर्शन स्थल पर क्या करने जा रहे हैं?
मैंने किसानों को कहा कि एमएसपी जारी रहेगी, इस पर कोई खतरा नहीं है, इसलिए किसी प्रकार की शंका करना बेबुनियाद है।
एपीएमसी राज्य का विषय है, केंद्र सरकार राज्यों की मंडियों को किसी भी प्रकार से प्रभावित नहीं करेगी।#MSPhaiAurRahega pic.twitter.com/HEGF4iWdI1
— Narendra Singh Tomar (@nstomar) December 5, 2020
एमएसपी तथा मंडियों को खत्म करना चाहती है सरकार: किसान
किसानों ने दावा किया है कि इन कानूनों के द्वारा मंडी तथा एमएसपी की व्यवस्था को खत्म कर दिया जाएगा। दोपहर में चाय ब्रेक के बाद यह चर्चा दोबारा प्रारंभ हुई,किसान नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि सरकार सितंबर में लागू तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने के बारे में नहीं सोच रही, तो वे बैठक छोड़कर चले जाएंगे।ब्रेक में किसान नेताओं ने अपने साथ लाया भोजन और जलपान किया। हालांकि कुछ सूत्रों के अनुसार यह पता चला कि सरकार ने उन्हें बातचीत करने के लिए मना लिया था।मंत्रियों द्वारा रखे गये प्रस्तावों पर बैठक में भाग लेने वाले किसानों के बीच मतभेद भी सामने आया ।सरकार ने किसानों के खिलाफ पराली जलाने के और कुछ किसान कार्यकर्ताओं के खिलाफ दर्ज मामलों को वापस लेने की भी पेशकश की।
किसानों की सभी शंकाओं का समाधान किया जाएगा। इसके लिए मैंने संगठनों से आग्रह किया कि उनके जो भी बिंदु या सुझाव हैं, वे एक-दो दिन में दे दें।
सर्दी व कोविड के चलते, मैंने सभी किसान भाइयों से कहा कि वे इस आंदोलन को खत्म करें व बुजुर्गों-बच्चों को तुरंत घर भेजने की अपील भी की। pic.twitter.com/fmAPNULrk7
— Narendra Singh Tomar (@nstomar) December 5, 2020
8 दिसंबर को होगा भारत बंद
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने अनेक किसान संगठनों के प्रतिनिधियों के समूह से कहा,”सरकार सौहार्दपूर्ण बातचीत के लिए प्रतिबद्ध है और नये कृषि कानूनों पर उनके सभी सकारात्मक सुझावों का स्वागत करती है!”मंत्रियों ने शाम को बैठक स्थल पर मौजूद कुल 40 किसान प्रतिनिधियों में से तीन-चार किसान नेताओं के छोटे समूह के साथ बातचीत दोबारा शुरू की।हम आपको बता दे आंदोलन करने वाले किसानों ने 8 दिसंबर को भारत बंद करने का ऐलान कर दिया है। इसके अलावा किसानों ने यह भी कहा है कि हम दिल्ली के सारे आवागमन को ठप कर देंगे।
आज किसान संगठनों के प्रतिनिधियों से 5वें दौर की बैठक काफी अच्छे माहौल में सम्पन्न हुई।
कुछ विषयों पर पुनः अब 9 दिसंबर को बैठक होगी। pic.twitter.com/Z507DxS2kQ— Narendra Singh Tomar (@nstomar) December 5, 2020