5 अगस्त को अयोध्या में होने वाले राममंदिर भूमिपूजन से पहले ही महाराष्ट्र की राजनीति में नया विवाद खड़ा हो गया है। अयोध्या में रामजन्मभूमि पूजन की तारीख का ऐलान होते ही NCP और महागठंबधन की सरकार आमने-सामने आ गई है। दरअसल ये सारा विवाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के अयोध्या जाने को लेकर खड़ा हुआ है। शिवसेना साफ कर चुकी है कि उद्धव ठाकरे को भले ही भूमिपूजन का न्योता न भेजा गया हो लेकिन वह अयोध्या जरूर जाएंगे।
दूसरी ओर NCP प्रमुख शरद पवार ने हाल ही में बयान दिया था कि अयोध्या में मंदिर निर्माण से कोरोना खत्म नहीं होगा। शरद पवार के इस बयान से साफ हो गया था कि वह राममंदिर निर्माण के पक्ष में नहीं हैं। वहीं कांग्रेस के नेताओं ने इसे उद्धव ठाकरे की आस्था का प्रतीक बताकर खुद को इस विवाद से पूरी तरह से दूर कर लिया है। NCP के वरिष्ठ नेता माजिद मेमन ने भी उद्धव ठाकरे को अयोध्या न जाने की सलाह दी है। जिसके चलते महाराष्ट्र का राजनैतिक माहौल एक बार फिर गर्मा गया है।
शिवसेना ने उठाई उद्धव ठाकरे को भूमिपूजन में शामिल करने की मांग
शिवसेना के विधायक प्रताप सरनाईक ने राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास को पत्र लिख कर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को भूमिपूजन में शामिल करने की मांग की है। नाईक ने तो राममंदिर निर्माण में शिवसेना की भूमिका को बताते हुए मंदिर के लिए गठित ट्रस्ट में एक शिवभक्त को भी शामिल करने तक की मांग कर दी है।
अयोध्या जरूर जाएंगे ठाकरे- संजय राउत
शिवसेना के दिग्गज नेता संजय राउत ने तो स्पष्ट तौर पर कह दिया है कि उद्धव ठाकरे अयोध्या जरूर जाएंगे। ABP न्यूज को दिए इंटरव्यू में संजय राउत ने कहा, ”उद्धव ठाकरे अयोध्या भूमिपूजन के लिए जाएंगे। ये एक ऐतिहासिक क्षण है, जिसके लिए उद्धव ठाकरे को निमंत्रण आएगा और वह अयोध्या जरूर जाएंगे।”
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शिवसेना के निर्णय के विरुद्ध NCP
भले ही शिवसेना ठाकरे को अयोध्या जाने की बात कह रही हो लेकिन NCP ने उद्धव ठाकरे से अयोध्या न जाने की मांग की है। NCP के नेता माजिद मेनन ने ट्वीट करते हुए कहा, ”मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को राम मंदिर भूमि पूजन के लिए न्योता अभी नही आया है। इस महामारी में वो वहां जा सकते हैं लेकिन राज्य के प्रमुख होने के नाते उन्हें एक धर्म के कार्यक्रम को बढ़ावा नहीं देना चाहिए।”
शरद पवार पहले ही दे चुके है विवादित बयान
रामजन्मभूमि पूजन की तारीख सामने आते ही NCP प्रमुख पहले ही बयान देकर विवाद खड़ा कर चुके है। शरद पवार ने कहा था कि मंदिर निर्माण से कोरोना खत्म नहीं होगा। इस बयान से काफी हंगामा हुआ जिसे देखते हुए शिवसेना ने शरद पवार के इस बयान पर आपत्ति जताई थी।