ह्यूस्टन | भारतीय मूल के कर्नल राजा जॉन वुरपुतूर चारी सहित नासा (NASA) के 11 नये स्नातकों को अंतरिक्ष यात्री के रूप में चुना गया है। नासा के इन 11 नये स्नातकों को दो साल से अधिक समय तक का अंतरिक्ष यात्री प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इन 11 लोगो को 18,000 आवेदकों के बीच से चुना गया है।
भारतीय मूल के चारी को साल 2017 अंतरिक्ष यात्री उम्मीदवार वर्ग में शामिल करने के लिए नासा द्वारा चयनित किया गया था। उन्होंने अगस्त 2017 में ड्यूटी के लिए रिपोर्ट किया था। इसके बाद प्रशिक्षण पूरा कर वह अंतरिक्ष पर जाने के योग्य हो गए हैं। एक समारोह में शुक्रवार को प्रत्येक नये अंतरिक्षयात्री को परंपरागत रूप से दी जाने वाली चांदी की एक पिन भी दी गई है। इसके बाद जब अंतरिक्ष यात्री अपनी पहली अंतरिक्षयात्रा पूरी कर लेंगे, तब उन्हें सोने की एक पिन दी जाएगी। नये स्नातकों को आईएसएस, चंद्रमा और मंगल के अभियानों पर भेजा जा सकता है। नासा प्रथम महिला अंतरिक्षयात्री को 2024 तक चंद्रमा की सतह पर भेजने की भी घोषणा कर चुका है।
नासा (NASA) के हेड जिम ब्रिडेंस्टाइन ने ह्यूस्टन में एजेंसी के जॉनसन स्पेस सेंटर में कहा कि, ‘‘ साल 2020 आर्टेमिस कार्यक्रम तथा चंद्रमा एवं अन्य अभियानों के लिए हमारी प्रगति का एक और अहम वर्ष होगा।”
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