कोरोना वायरस का खौफ कितना अधिक होता जा रहा है, इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि रविवार के दिन कोरोना के खौफ से करीब 1 अरब आबादी घरों में ही कैद रही। भारत सहित दुनिया के कई देशों में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने लिए रविवार (22 मार्च) को अरबों लोगों ने घरों के भीतर ही रहने का फ़ैसला किया।
कोरोना वायरस के घातक संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़कर 13,000 के पार पहुंच गई है। दुनिया के कुल 35 देशों ने बंद (लॉकडाउन) किया है, जिससे जनजीवन, यात्रा और कारोबार बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। वहीं सरकारें सीमाएं बंद करने को लेकर जद्दोजहद कर रही हैं और वायरस की वजह से आर्थिक मंदी से बचने के लिए आपातकालीन उपायों में अरबों डॉलर लगा रही हैं।
दुनियाभर में अब तक तीन लाख से ज्यादा लोग कोरोना से प्रभावित हो चुके हैं। सबसे ज्यादा बुरा हाल इटली का है, जहां अब तक कोरोना की वजह से 4,825 लोगों की जान जा चुकी है। इटली के प्रधानमंत्री गियुसेप्पे कोंटे ने शनिवार देर रात इटली के गैर जरूरी सभी कारखानों को बंद करने का ऐलान कर दिया है। इटली में कोविड-19 के पुष्ट मामलों में मृत्यु दर 8.6 प्रतिशत है जो कई देशों की तुलना में खासी अधिक है।
कोविड-19 के प्रसार ने अंतरराष्ट्रीय खेल कैलेंडर पर भी असर डाला है और ओलंपिक के आयोजकों पर टोक्यों में होने वाले 2020 ओलंपिक को टालने का दबाव बढ़ रहा है। इस महामारी ने दुनियाभर के शेयर बाजारों को हिला दिया है। दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका भी इस वक्त बुरे दौर से गुज़र रही है।