क्रिकेट एक ऐसा खेल है जिससे फैंस की भावनाएं सबसे अधिक जुड़ी होती है। फैंस ही नहीं बल्कि खिलाडियों पर भी मैच के दौरान सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने का सबसे अधिक दबाव रहता है। इस स्थिति में जब किसी खिलाड़ी की भावनाएं आहत होती है तो उस समय वह खिलाड़ी कठोर फैसले लेने के बारे में सोचने लगता है। भारतीय टीम के तेज गेंदबाज़ मोहम्मद शमी ने भी 2015 विश्व कप के दौरान ऐसा ही कदम उठाने के बारे में सोचा था। अपने सबसे मुश्किल दौर को याद करते हुए शमी ने बताया था कि उन्होंने 3 बार आत्महत्या करने की कोशिश की थी।
रोहित शर्मा के साथ बात करते हुए मोहम्मद शमी ने इंस्टा पर लाइव सेशन के दौरान इस घटना का जिक्र किया। शमी ने बताया कि 2015 विश्व कप में घुटने में लगी चोट के बाद वह काफी परेशान तक हो गए थे और अपनी जान तक लेने के बारे में सोचने लगे थे। शमी ने बताया ‘2015 में विश्व कप के दौरान चोटिल हुआ था। उसके बाद मुझे वापसी करने में 18 महीने लग गए थे। ये मेरे करियर का सबसे मुश्किल दौर था।’
शमी ने आगे बताया ‘आपको तो पता ही है कि रिहैब में जाना कितना मुश्किल होता है और उसके बाद परिवार की समस्या। ये आईपीएल से 10 दिनों पहले हुआ था। मीडिया में बहुत तरह की बातें चल रही थी मेरे और मेरी निजी समस्या को लेकर। मुझे लगता है अगर मेरे साथ परिवार का सराहा नहीं होता तो मैंने कब का क्रिकेट छोड़ दिया होता। एक वक्त मेरे दिमाग में तीन बार आत्महत्या करने का विचार आया था। तब मेरे परिवार वाले मुझ पर 24 घंटे नजर रखने लगे थे। मेरा घर 24वीं मंजिल पर था उनको यह डर लगा रहता था कहीं मैं उपर से ही ना कूद जाउं। उस समय मेरा परिवार मेरी सबसे बड़ी ताकत बना था।’
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