राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा नरेंद्र मोदी को ‘राष्ट्रपिता’ कहे जाने पर अपना गुस्सा ज़ाहिर किया है। गहलोत ने ट्रंप के इस बयान को लेकर प्रधानमंत्री मोदी की चुप्पी को निशाने पर लेते हुए कहा कि – ‘अगर प्रधानमंत्री मोदी के दिल में महात्मा गांधी के प्रति प्रेम जागृत हुआ है तो उन्हें तभी ट्रंप से कहना चाहिए था कि भारत के एकमात्र राष्ट्रपिता हैं ‘महात्मा गांधी।’ लेकिन मोदी ने ऐसा कुछ भी नहीं कहा। इससे उन्हें एतराज़ है।
अशोक गहलोत ने अपने भाषण में कहा कि – ‘गांधी जयंती के अवसर पर मुझे इससे ऐतराज है कि ट्रंप जब प्रधानमंत्री मोदी को राष्ट्रपिता कह रहे थे तो उन्होंने इसपर आपत्ति क्यों नहीं की। यदि उनके मन में महात्मा गांधी के प्रति आदर है तो वह वहां चुप क्यों रहे? उन्हें तभी ट्रंप से कहना चाहिए था कि आप क्या कह रहे हैं, देश के एक ही राष्ट्रपिता हैं, वही रहेंगे। उनका नाम मोहनदास करमचंद गांधी है जिन्हें हम महात्मा गांधी कहते हैं। उन्हें ऐसा कहना था। लेकिन वह चुप रहे। मुझे उनकी चुप्पी पर ऐतराज है।’
इसके साथ ही गहलोत ने भाजपा और आरएसएस को लेकर कहा कि – ‘भाजपा ने 70 साल तक महात्मा गांधी का नाम नहीं लिया और अब कुछ साल से नाम लेने लगे हैं। कोई बात नहीं लेकिन कम से कम देश से माफी तो मांगिए कि इतने वर्षों में आप महात्मा गांधी के विराट व्यक्तित्व को समझ नहीं सके।’