मुख्य कलाकार: रानी मुखर्जी, विशाल जेठवा
निर्देशक: गोपी पुथरन
हैदराबाद एन्काउंटर के बाद पूरे देश में बलात्कारियों को इसी प्रकार की सजा दी जाने की आवाज़े उठने लगी है। निर्भया केस के चारों दोषियों को भी जल्द ही फांसी की दे दी जाएगी। लेकिन ये तो सिर्फ एक-दो केस हैं, जो सुर्खियों में आ गए। इस तरह के लाखों केस आज भी अदालत और थानों में अटके पड़े हैं। जब तक पुलिस अपना काम बहादुरी से नहीं करेगी, अपराधियों के मन में कानून का डर पैदा नहीं होगा। इसके अलावा समाज में पुरूष प्रधान सोच रखने वालों पर भी कड़ा प्रहार करती है रानी मुखर्जी की नई फिल्म ‘मर्दानी 2’ (Mardaani 2) । गोपी पुथरन के निर्देशन में बनी यह फिल्म इस शुक्रवार को सिनेमाघरों में रिलीज़ हो गई है। फिल्म में बलात्कारियों की घटिया और बेहद ही नीची मानसिकता को बहुत ही बेहतरीन ढंग से दिखाया गया है।
कहानी
फिल्म (Mardaani 2) की कहानी कोटा शहर से शुरू होती है। आईपीएस शिवानी शिवाजी रॉय (रानी मुखर्जी) का कोटा तबादला होता है और यहां आते ही उनके ऊपर एक खुंखार अपराधी को पकड़ने की जिम्मेदारी आ जाती है। सनी नाम के अपराधी (विशाल जेठवा) की मानसिक स्थिति ठीक नहीं होती और वह एक के बाद एक महिलाओं का रेप कर उनकी हत्या करता रहता है। शिवानी (रानी मुखर्जी) मीडिया के सामने एलान कर देती हैं कि वह उस वहशी दरिंदे को घसीटते हुए पुलिस स्टेशन लाएंगी और उसे सख्त से सख्त सजा दिलवाएंगी। कैसे शिवानी उस दरिंदे को अपनी गिरफ्त में ला पाती हैं, यह जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी।
निर्देशन
निर्देशक और लेखक गोपी पुथरन में फिल्म में शानदार काम किया है। फिल्म की लेंथ कम होने के कारण दर्शक इसे काफी पसंद कर रहे हैं। फिल्म में एक भी गाना नहीं डाला गया है। शुरूआत से ही फिल्म दर्शकों को अपने साथ बांधने में कामयाब हो जाती है। पूरी फिल्म में एक भी दृश्य ऐसा नहीं है, जहां दर्शकों को अपनी पलकें झपकाने का भी मौका मिल सके। यूं तो अब तक बलात्कार जैसी घटनाओं पर तमाम फिल्में बॉलीवुड में बन चुकी हैं, लेकिन यह फिल्म आपको इमोशनल कर देगी। क्लाइमैक्स में रानी मुखर्जी के एक दृश्य को देखकर आपकी आँखों भी नम सकती हैं।
एक्टिंग
रानी मुखर्जी की दमदार एक्टिंग और डायलोग्स आपको सिनेमाघर में ही तालियां और सीटियां बजाने पर मजबूर कर देंगे। उन्हें देखकर ऐसा विचार आता है कि अगर सभी पुलिस अफसर इसी तरह से अपनी जिम्मेदारी समझने लग जाएं तो देश को बदलने में ज्यादा वक्त नहीं लगेगा। फिल्म (Mardaani 2) में विलेन का किरदार निभा रहे विशाल जेठवा की जितनी तारीफ की जाए कम है। उनकी एक्टिंग देख अंदाजा लगाना मुश्किल है कि यह उनकी पहली फिल्म है। फिल्म में उन्होंने अपनी छवि को इस तरह से पेश किया है कि उन्हें देखकर दर्शकों के मन में उनके प्रति नफरत के भाव पैदा हो जाते हैं और यही एक अच्छे कलाकार की पहचान है।
क्या है फिल्म की खासियत
फिल्म की स्टोरी, स्क्रीनप्ले, डायलोग्स, सिनेमाटोग्राफी और इसके किरदार ही फिल्म की असली पहचान हैं। आज के समय में दर्शकों के सामने इस तरह की फिल्मों का आना बेहद ही जरूरी है। उम्मीद है इस फिल्म से समाज में औरतों के प्रति नकारात्मक सोच रखने वाले अमानवीय लोगों पर कुछ तो प्रभाव पड़ेगा। अगर क्राइम, थ्रील और सस्पेंस फिल्में देखने का शौक रखते हैं तो भूलकर भी इस फिल्म को मिस ना करें। हां, सिनेमाघर में एंट्री से पहले अपने दिल को मजबूत करना बिल्कुल ना भूलें।